परेशानियों के अंधेरे में राहत की रौशन सवेरा बनकर उभरी सूरजपुर जिला प्रशासन की पहल… फासले के एहसाह को सुकून में हुआ तब्दील…

लाकडाउन में फसें लोगों के साथ परिवार का ध्यान रख रहा जिला प्रशासन…

सूरजपुर. कोरोना वायरस संक्रमण व प्रभाव से जिलें के रहवासियों को सुरक्षित रखने के साथ साथ आजीविका के लिए दूसरे राज्यों व जिलों में मजदूरी करने वाले स्थानीय लोगों का भी हर संभव ध्यान परिवार के मुखिया बतौर अपनी भूमिका का निर्वहन कलेक्टर दीपक सोनी के नियमित सक्रियता से रखा जा रहा है।इस पहल सें ना केवल लाकडाउन के वजह से फसें लोगों की हर समस्याओं का समाधान हो रहा है, वरन उन्हें परिवारों की चिंताओ सें भी मुक्ति मिल रही है। आपको बताते चलें कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री भुपेश बघे ने प्राथमिकता के साथ प्रदेश के सभी जिलों से बाहर के राज्यों व स्थानीय जिलों में अलग-अलग कार्यो में मजदूरी कर अपना व परिवार का भरणपोषण करने वाले चाहे वह मजदूर हो या अन्य कार्यो को करनें वाला श्रमिक हो,इनका व परिवारों का संपूर्ण ध्यान रखने के लिए जारी निर्देश का परिपालन करनें में सूरजपुर जिलें के संवेदनशील कलेक्टर दीपक सोनी ने चिन्हित कर मंशा को साकार करने में नियमित रूप से जिला प्रशासन की टीम के साथ जुटे हुए हैं।

इसके लिए कलेक्टर श्री सोनी ने लाकडाउन लागू होने के चंद दिनों के अंदर ही जिलें के सभी ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आजीविका वर्धन के लिए बाहर गए लोगों को चिन्हित कर उनकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए नोडल अधिकारी के रूप में डिप्टी कलेक्टर  शिव बनर्जी के साथ दो सदस्यों के रूप में डीएमसी शशिकांत सिंह व डीईओ विनोद राय की टीम बनाकर कार्यो पर संवेदनशीलता के साथ करनें के निर्देश दिए। इनके साथ करीब बीस स्वेच्छिक शिक्षकों को सहयोग के लिए सौपा गया।

सबसे पहले जिले के हेल्फलाईन नंबर 9111033446 पर इससे संबंधित जानकारी के लिए सूचना देने के लिए प्रचार प्रसार के लिए आधुनिक तकनीक के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,स्वास्थ्य कार्यकर्ता सहित अन्य कर्मियों को जवाबदारी सौप कर ऐसे प्रवासियों को चिन्हित करनें का क्रम शुरू किया गया है। इनके द्वारा करीब 786 लोगो को चिन्हित किया गया है, जिसमें 482 छत्तीसगढ़ से दिगर राज्यों में एवं 304 प्रदेश के ही अन्य जिलों में है। इन्हें राहत देने के लिए कलेक्टर श्री सोनी ने खुद इनसे विडिओ कॉन्फ्रेंसिंग की तथा टीम के द्वारा प्रत्येक व्यक्ति को फोन काल कर नियमित संपर्क किया। इन्हें समझाइश दी गई कि वे जहां पर हैं वही रहे और अगर वहां उन्हें रहने की, खाने पीने की या कोई भी आर्थिक मदद चाहिए तो बताएं। जिन्हें भी आवास की या राशन की दिक्कत हो रही थी उनके संदर्भ में वहां के स्थानीय जिला प्रशासन के कलेक्टर को कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा पत्र लिखकर समस्या दूर करने हेतु आग्रह किया गया। पत्र के जवाब में सभी स्थानीय प्रशासन के द्वारा त्वरित कार्रवाई किया गया एवं की गई कार्रवाई से सूरजपुर जिला प्रशासन को अवगत कराया गया। आर्थिक सहायता की आवश्यकता थी ,उन्हें सूरजपुर जिला प्रशासन द्वारा उनके खाते में सहयोग राशि प्रदाय की गई।

इस प्रकार जिले से बाहर प्रवास किए सभी श्रमिकों एवं व्यक्तियों को वह जहां मौजूद हैं वही उचित व्यवस्था सुनिश्चित किया गया । साथी ही उन्हें यह आश्वासन दिया गया कि वे उनके परिवार के सदस्य जो कि जिले में हैं उनकी चिंता ना करें जिला प्रशासन सूरजपुर उनके लिए सदैव तत्पर है एवं उनसे संपर्क करेगा । इसी कड़ी में दिए गए आश्वासन को पूर्ण करने के लिए उक्त सभी प्रवासी व्यक्तियों के परिवार के सदस्य को निरंतर संपर्क में रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा एक टीम गठित की गई जिसमें की प्रायरू ट्राइबल डिपार्टमेंट के अधिकारियों को दायित्व सौंपा गया की प्रत्येक परिवार को संपर्क करके उनसे भेंट करके उनके जीवन यापन के व्यवस्थाओं की समीक्षा करें साथ ही उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।

इसके तहत सभी संबंधित अधिकारी द्वारा प्रत्येक परिवार से संपर्क किया जा रहा है एवं जिला प्रशासन द्वारा एक अभिभावक की भूमिका निभाई जा रही है। परिवार के मुखिया या बड़े बेटे के रूप में जिला प्रशासन की टीम इनके घरों तक आवश्यक किराना सामग्री, सब्जी, फल, मिष्ठान, सुरक्षा के लिए मास्क, डिटॉल साबुन आदि भेटकर सभी की चिंताओं को दूर करने के लिए एवं इनकी आवश्यकताओं को पूर्ण करने में जुटी हुई है। इसके परिणाम स्वरूप महज कुछ ही हफ्तों में इन लोगों के साथ परिवार के हर सदस्य को चिंताओं से मुक्ति मिलना मानवीय संवेदना के पहलूओं पर कलेक्टर  दीपक सोनी की सक्रियता को बयां खुद ही कर रही हैं।

ऐसा ही एक परिवार जो जिलें के सूरजपुर ब्लाक अंतर्गत ग्राम पसला का निवासी हैं। परिवार में सात सदस्य है,परिवार का मुखिया रामसिंह परिवार के आजीविका जैसी जरूरत को पूर्ण करने के लिए बीते महाराष्ट्र के सोनपुर क्षेत्र गया हुआ है। इसी दरम्यान वैश्विक महामारी बनकर अचानक उभरी कोरोना वायरस से बचाव के लागू लाकडाउन में फसें हुए हैं। इस दौरान काम बंद होने के साथ आर्थिक आमदनी पर प्रभाव के साथ परिवार के सदस्यों की चिंता एक बड़ी समस्या बनकर सामने आई।

इसी दौरान जब उनसें कलेक्टर श्री सोनी ने वार्तालाप किया तो अंधेरे में उम्मीदो की रौशनी का संचार अब उनके साथ परिवार के सदस्यों का ध्यान नियमित जिला प्रशासन की टीम कर रही हैं तो एक खुशनुमा सवेरा जीवन में दस्तक के साथ राहत की संतुष्टि ने बेफिक्र कर दिया है। इसके अलावा इस संक्रमण से खुद के साथ उनके परिवार में जागरूकता की अलख भी इसी कवायद नें बढाया, इससे पूर्ण रूप से सुरक्षित खुद के साथ वर्तमान में लाकडाउन से फसें लोगों व परिवार में जगी है। परिवार की बुजुर्ग सदस्य ने इस राहत के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री  भुपेश बघेल जी को एक बड़े बेटे के रूप में अपने परिवार का ध्यान रखने वाला जिम्मेदार बेटा बताने के साथ कलेक्टर श्री सोनी व जिला प्रशासन की टीम को आशीर्वाद दे रही हैं।

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