मलेरिया से दूसरी कक्षा के छात्र और महिला की मौत, आश्रम के तीन और बच्चे मलेरिया की चपेट में


बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में मलेरिया से दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र और एक महिला की मौत हो गई है। छात्र आश्रम शाला में रहकर पढ़ाई करता था। वह 3 दिनों से बीमार था। बताया जा रहा है कि शुक्रवार की रात वह सोया, लेकिन शनिवार की सुबह उसने आंख नहीं खोली। बीमारी के चलते छात्र ने दम तोड़ दिया है। फिलहाल मामले की विभागीय जांच भी चल रही है। इधर, महिला ने जिला अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। इससे पहले डेंगू ने बस्तर इलाके में परेशानी बढ़ाई थी, अब मलेरिया ने चिंता बढ़ा दी है।

जानकारी के मुताबिक, जिले के नक्सल प्रभावित गांव तामोड़ी का बालक आश्रम मिरतुर में चल रहा है। छात्र दिनेश नाग (7 वर्ष) इसी आश्रम में रहकर पढ़ाई करता था। आश्रम के अधीक्षक मोतीराम कड़ती ने बताया कि, 3 दिन पहले दिनेश की तबीयत खराब हुई थी। उसे मिरतुर के अस्पताल लेकर गए, जहां मलेरिया की जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिसके बाद मिरतुर अस्पताल के डॉक्टर छात्र का इलाज कर रहे थे।

आश्रम में शुक्रवार की रात छात्र रोज की तरह अपने बेड में सो गया था। तब तक उसकी तबियत ठीक थी। सब से बातचीत भी कर रहा था। लेकिन, जब सुबह आश्रम के बच्चे उसे उठाने के लिए पहुंचे तो वह उठा ही नहीं। छात्र ने दम तोड़ दिया था। इस मामले की जानकारी जिले के अधिकारियों और परिजनों को दी गई है। इधर, छात्र की मौत के बाद परिजन और अफसर भी आश्रम पहुंचे हैं। अधिकारी मामले की जांच में जुटे हुए हैं।

आश्रम के अधीक्षक ने बताया कि, आश्रम में पढ़ने वाले 3 और बच्चे भी बीमार हैं। वे भी मलेरिया से पीड़ित हैं। फिलहाल सभी का इलाज चल रहा है। जो 3 बच्चे बीमार हैं उनके परिजनों और विभाग के अधिकारियों को जानकारी भी दे दी गई है। जिले के उसूर ब्लॉक की रहने वाली महिला सविता यालम भी मलेरिया से पीड़ित थी। जिसका पहले आवापल्ली के अस्पताल में इलाज चला। जब स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं आया तो महिला को बीजापुर के जिला अस्पताल रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। मलेरिया से एक दिन में यह दूसरी मौत है।