सोनपुरकला में बनी बांध को तोड़.. भाई बहन ने करोड़ो में बेच दी सरकारी जमीन… प्रशासन ने साध ली चुप्पी.. नामान्तरण पर रोक लगाने लगाई गुहार…

अम्बिकापुर..सरगुजा मुख्यालय में इन दिनों भू माफियाओ के हौसले इतने बुलन्द है..की अब भू माफिया शासकीय भूमि को भी अवैध तरीके से बेचने में भी गुरेज नही कर रहे है..और यह खेल धड़ल्ले से जारी है..वही शिकायत के बावजूद भी स्थानीय प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी ऐसे मामलों को लेकर चुप्पी साधे हुए है..या यूं कहें कि उनकी मौन स्वीकृति है..

दरअसल ग्राम सोनपुर कला में वर्ष 2015-16 में मनरेगा के तहत सिंचाई विभाग ने 8 लाख 33 हजार के प्रशासकीय स्वीकृति से बोल्डर चेक डेम का निर्माण कराया था..और जिस स्थान पर यह निर्माण कार्य हुआ वह उस दौरान राजस्व अभिलेख में शासकीय भूमि के रूप में दर्ज था..लेकिन वर्ष 2020 में ही 8 लाख के बोल्डर चेक डेम को नेस्तनाबूत कर उक्त भूमि का समतलीकरण कर उसे बेचे जाने का खेल राजस्व अधिकारियों की मिली भगत से भू माफियाओ ने खेला और वे कामयाब भी रहे..लेकिन अब ग्रामीणों की शिकायतों के बाद भी स्थानीय प्रशासन मौन है..तथा ग्रामीण मदद की गुहार लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पर मजबूर है..

बता दे कि साल 2020 के जनवरी और फरवरी महीने में सोनपुर कला के ही भाई बहन प्रीति यादव व विशाल उर्फ निक्की यादव ने 8 लाख के बने बोल्डर चेक डेम को अपने साथियों दीनानाथ कुशवाहा और आशु अग्रवाल के साथ मिलकर जेसीबी से नेस्तनाबूत करने में जुटे थे..जिसका विरोध गांव के ग्रामीणों ने किया था..लेकिन उन्हें मौके पर से सरकारी काम का हवाला देकर चलता कर दिया गया था..और अब बोल्डर चेक डेम वाली जगह की सौदेबाजी करोड़ो में कर दी गई है..जिसके चलते ग्रामीण आक्रोशित है..

बता दे कि भू माफिया प्रीति यादव ,विशाल यादव उर्फ निक्की ने बोल्डर चेक डेम वाली भूमि को समतल कर उसको प्लाटिंग कर बेचने की योजना पर काम कर रहे थे..यही नही भू माफिया दोनों भाई बहन ने उक्त शासकीय जमीन को राजस्व अमले से मिलीभगत कर निजी भूमि घोषित कराने में कोई कोर कसर नही छोड़ी..और जब 8 जून 2020 को ग्रामीणों को इसकी भनक लगी तो..उन्होंने उप पंजीयक कार्यालय में आपत्ति भी दर्ज कराई थी..ग्रामीणों का आरोप है ,की उनकी आपत्ति के बावजूद भी भूमि खाता क्रमांक 592 खसरा नंबर 03/ 10 रकबा 0.061 हेक्टेयर के मूल दस्तावेजों की हेराफेरी करते हुए ऋण पुस्तिका का मूल प्रति नहीं होने के बाद भी आयुष गोयल आत्मज विनोद गोयल, दीनानाथ कुशवाहा आ़ राधेश्याम कुशवाहा निवासी शंकर घाट, आकाश कुमार अग्रवाल आत्मज सतीश अग्रवाल निवासी गुटरा पारा अंबिकापुर, पितांबर कुमार आ़. सुखन राम निवासी वार्ड क्रमांक 7 भगवानपुर इन लोगों ने उप पंजीयक ने रजिस्ट्री कर दी.. अब ग्रामीण उक्त भूमि के नामांतरण पर रोक लगाने के लिए लामबंद हो गए है..और इस मामले की शिकायत भी ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से की है..

वही इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन ने चुप्पी साध ली है..और इस मामले को लेकर कलेक्टर संजीव झा से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया..लेकिन उनसे संपर्क नही हो पाया..

बहरहाल अब ग्रामीण भू माफियाओ और राजस्व विभाग के मैदानी अमले के इस कृत्य से आक्रोशित है..और तमाम शिकायतों के बाद भी कार्यवाही नही होने पर सड़क की लड़ाई लड़ने के मूड में दिख रहे है..