अंबिकापुर के स्वच्छता मॉडल की चर्चा पेरिस-फ्रांस तक, इंटरनेशनल सेमिनार में शामिल हुई निगम आयुक्त

Ambikapur News: पेरिस सिटी फ्रांस द्वारा आयोजित “International Forum to End Plastic Pollution in Cities” तथा “The voice of cities & regions on plastic pollution” में भाग लेने हेतु भारत सरकार आवासन एवम शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा अंबिकापुर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई को नामांकित कर पेरिस, फ्रांस भेजा हैं। इस अंतरराष्ट्रीय फोरम में अंबिकापुर औऱ भारत में वेस्ट मैनेजमेंट के संबंध में व्याख्यान हेतु आयुक्त नगर निगम अंबिकापुर को चयनित किया गया था, 26 मई 2023 को पेरिस सिटी के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मॉडरेटर kobie Brand, Deputy General Secretary peris, Delegate Joy Belmonte, Mayor Quezon City Philippines, Michele boisvert, Delegate from Canada, के साथ अंबिकापुर आयुक्त द्वारा मंच साझा किया गया हैं।

इस फोरम में आयुक्त द्वारा अंबिकापुर नगर में चल रहे एस एल आर एम मॉडल में बारे में विस्तार से बताते हुए स्वच्छता दीदियों द्वारा डोर टू डोर संग्रहण से प्राप्त कचरे के प्राइमरी, सेकेंडरी एवम टर्सरी segregation, प्लास्टिक से दाना बनाने के बारे में बताया गया। साथ ही बताया गया को स्वच्छता दीदियों के माध्यम से 63 प्रकार से प्लास्टिक का segregation करने के कारण पूरे प्रक्रिया में निकलने वाला नॉन रिसाइक्लेबल वेस्ट मात्रा 10 प्रतिशत बचता हैं। जिसे सीमेंट प्लांट भेजा जाता हैं। प्लास्टिक के उपयोग को कम करने हेतु संचालित दीदी बर्तन बैंक औऱ गार्बेज कैफे के बारे में भी बताया गया। अंबिकापुर में जन सहयोग से यूजर चार्ज, कचरे के सूक्ष्म पृथक्करण उपरांत विक्रय से आय प्राप्त हो रहा हैं।

IMG 20230530 WA0057

अंबिकापुर में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और स्वच्छ भारत मिशन के कन्वर्जेंस से अच्छा कार्य किया जा रहा हैं। विगत माह में देश के 10 राज्यों से आई टीम के संबध में भी बताया गया। यह भी बताया गया कि, कचरे के प्रोसेसिंग एवम विक्रय के डिजिटाइजेशन हेतु भारत सरकार द्वारा अंबिकापुर को माडल के रूप में चयनित कर संसाधन पोर्टल का भी कार्य प्रारंभ किया गया हैं। प्रस्तुतिकरण के पश्चात अन्य देशों के प्रतिनिधि ने भी अंबिकापुर मॉडल के बारे में जानकारी ली गई। मॉडरेटर kobie Brand, ने अंबिकापुर मॉडल की सराहना करते हुए कहा छोटे एवम मध्यम श्रेणी के नगरों के लिए उत्कृष्ट उदाहरण हैं। ये कचरा प्रबंधन के साथ साथ आजीविका भी प्रदान कर रहा हैं।