अम्बिकापुर : रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह और विवाद के बीच चोली दामन का साथ हो गया है। अभी स्वास्थ मंत्री पर झूठे आरोप लगाने वाला मामला शांत ही नहीं हुआ था कि, विधायक ने अपने ही आदिवासी वर्ग के लोगो को अंगूठा छाप कहकर विरोधियो के साथ अपने दल के ही लोगो को विरोध का मौका दे दिया है।
दरअसल दो दिन पहले अम्बिकापुर के सर्किट हाउस मे पुराने मामले से जुडे सवाल पूछने पर बृहस्पति सिंह ने पत्रकारो को दिमाग का इलाज कराने की नसीहत देने के साथ अपने ही आदिवासी वर्ग के लोगो को अंगूठा छाप कहकर विवाद की शुरुआत की थी। जो विवाद अब गहराता जा रहा है। इसको लेकर आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आदिवासी छात्रो ने बृहस्पति सिंह का विरोध किया और अम्बिकापुर के घडी चौक मे कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के खिलाफ नारेबाजी करते हुए परिषद के कार्यकर्ताओ ने उनका पुतला दहन भी किया।
इस दौरान छात्र संगठन के आक्रोश को देखते हुए काफी संख्या मे पुलिस बल भी तैनात किया गया था, लेकिन पुलिस बल भी बृहस्पति सिंह के पुतला दहन होने को नहीं रोक सका। इधर परिषद के जिला संयोजक निखिल मरावी के मुताबिक बृहस्पति सिंह आदिवासी होते हुए भी आदिवासियो को अंगूठा छाप कह रहे है। इतना ही नहीं उनके दल के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम भी आदिवासी होने के बाद भी बृहस्पति सिंह पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। वो आंख बंद कर सोए हुए हैं।