संजय पार्क के जानवरों की होने लगी जांच,,, चीतलों की मौत के बाद नींद से जागा वन अमला

अम्बिकापुर से इमरान रजा की रिपोर्ट

  • बिलासपुर की घटना के बाद होष में आया वन विभाग
  • पहले कभी नही ली जाती थी जानवरों की सूध
  • पार्क में जनवरों को रखा जाता है बेतरतीब

अम्बिकापुर

जानवरों में बड़ रहे संक्रमण व उनकी होती मौतो को मद्देनजर रखते हूए आज अम्बिकापुर के संजय पार्क में पशु चिकित्सकों की टीम ने निरिक्षण कर जानवरों की जांच की दरअसल 3 दिन पूर्व बिलासपुर स्थित कानन पेण्डारी जू में अचानक 22 चितल की मौत हो गई थी जिसके बाद पूरे छत्तीसगढ़ वन विभाग महकमें में हलचल मची हुई है जिसके तहत आज अम्बिकापुर में भी जानवरों का परीक्षण किया गया। बिलासपुर कानन पेण्डारी में हुई 22 चितलों के मौत के बाद पूरे राज्य में खलबली सी मच गई है।

,,, तो वही आज अम्बिकापुर के संजय पार्क में भी पषु चिकित्सकों के द्वारा पार्क मे मौजूद चीतल, हिरन व अन्य जानवरों की जांच की गई,,, डाक्टरों ने बताया की 3 दिन पूर्व एंथ्रेक्स जिवाणु की वजह से कानन पेण्डारी के कई चीतलों की अचानक मौत हो गई थी जिसकी वजह से संजय पार्क में भी आज जानवरों की जांच की गई है जिनके सैम्पल की अभी जांच की जा रही है। वही वन विभाग के रेंजर ने बताया की बिलासपुर की घटना के बाद से विभाग जानवरों की देख भाल में जुटा हुआ है उनके द्वारा रोजना आने वाले पर्यटकों से यह अपील की गई है की वह जानवरों को हाथ ना लगाए और ना ही कोई भी खाद्यय प्रदार्थ खाने को दे,, ताकी जानवरों को किसी प्रकार की हानी ना हो। बहरहाल प्रदेष में हमेषा से ही कछुए की चाल चलने वाला वन विभाग का अमला इस घटना के बाद से मुस्तैद हो गया है और वह अपने स्तर से जानवरों की रक्षा के लिए विभिन्न उपाय कर रहा है।