फर्जी नक्सली गिरफ्तार.. लेवी उगाही के लिए सरंपच को दे रहा था धमकी.

अम्बिकापुर

पुलिस अधीक्षक सरगुजा श्री सुन्दरराज पी. से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 30.06.2014 को प्रार्थी रूपदेव सिंह ग्राम बकरिमा थाना गांधीनगर के घर अज्ञात आरोपी द्वारा एक बंद लिफाफा प्रार्थी की पुत्री को देकर चला गया। आरोपी के चले जाने के बाद प्रार्थी की पुत्री द्वारा लिफाफा खोलकर पढ़ी और पत्र के बारे में अपने पिता रूपदेव सिंह को बताई। प्रार्थी रूपदेव घर आकर पत्र को पढ़ा, जिसमें सादे कागज में लाल सलाम, एमसीसी का टेक्स नहीं दिया है दो दिन के अंदर 30,000 हजार रूपये जमा करना, नहीं तो काई कार्य चाजू नहीं करोगे। पत्र के अंतिम में नक्सली पार्टी जिन्दाबाद लिखा था। प्रार्थी द्वारा पत्र के संबंध में सूचना थाना गांधीनगर में दी गई। मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुये पुलिस अधीक्षक सरगुजा के निर्देशन तथा नगर पुलिस अधीक्षक श्री पंकज शुक्ला के मार्गदर्शन में पत्र की जांच एवं आरोपी को पकड़ने की योजना तैयार की गई। जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि आरोपी द्वारा बरढ़ोढी में भी एक पत्र प्रार्थी नन्दकेश्वर को दिनांक 29.06.2014 को दिया था जिसमें 30,000 हजार रूपये की मांग की गई थी।
दिनांक 01.07.2014 को आरोपी द्वारा प्रार्थी रूपदेव सिंह को अपने मोबाईल नं. 08120573768 से फोन कर बोला कि पैसा लेने आ रहा हॅू। आरोपी को रंगे हाथों पकड़ने के लिये पुलिस प्रार्थी के घर के आस-पास तैनात हो गई। आरोपी प्रार्थी के घर शाम लगभग 07.30 बजे आकर पैसे की मांग करने लगा, इसी दौरान प्रार्थी की पुत्री द्वारा आरोपी पहचान कर ली गई, जो उसे दिनांक 30.06.14 को बंद लिफाफा देकर गया था। इसके उपरांत पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये आरोपी को पकड़कर हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। आरोपी द्वारा अपना नाम जगरनाथ आत्मज बुधनराम उम्र 23वर्ष निवासी रामपुर थाना चलगली जिला बलरामपुर होना बताया। आरोपी के विरूद्ध थाना गांधीनगर में अपराध क्रं. 132/14 धारा 507,384 भा.द.स. एवं मणीपुर चैकी थाना अम्बिकापुर में अपराध क्रं. 313/14 धारा 507, 384 भा.द.स. पंजीबद्ध कर गिरफ्तार किया गया। आरोपी जगरनाथ के पास से पिट्ठू बैग एवं अन्य सामान के साथ 1525 रू. जप्त किया गया। आरोपी जगरनाथ को न्यायिक रिमाण्ड में भेज दिया गया है। उक्त कार्यवाही में उनि विनोद अवस्थी, सउनि नागेन्द्र तिवारी, आर.एन.यादव, प्रआर. 527 परशु राम, आर. नीरज पाण्डेय, बरन सिंह, राजकुमार यादव एवं अजय प्रताप सिंह सक्रिय रहे।