अंबिकापुर मे नारी चेतना संगोष्ठी का आयोजन..

अम्बिकापुर

स्नेहालय फाउण्डेषन द्वारा आज 9 मार्च को महिला दिवस के अवसर पर नारी चेतना संगोष्ठी का आय़ोजन किया। नारी के सम्मान मे आय़ोजित इस कार्यक्रम मे शहर के कई समाजसेवी, राजनैतिक और महिला समाजिक संगठन की कार्यकर्ताओ ने हिस्सा लिया । महिला की सुरक्षा, उत्थान और नेतृत्व को लेकर आयोजित इस संगोष्ठी मे महिलाओ की बेहतरी के लिए कई विचार आए। जिसके कुछ अंश।

  •  श्री शफी अहमद(नेता प्रतिपक्ष नगर निगम अम्बिकापुर

महिलाओं का सम्मान ही राष्ट का सम्मान्न है। आज महिला अबला नहीं बल्कि सबला है और जहां पर भी महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार या फिर अराजक कार्य हो रहे हैं, उसके प्रति समाज में जागृति लाना समस्त भारतवासियों का कर्तव्य है। आज देष में महिलाओं के उत्थान हेतु अनेक योजनायें चल रही हैं, अनेकों कानून बनी है।

श्री अहमद ने कहा कि जो महिलाएं खाली हैं और घर के कामकाज के अलावा कुछ नहीं करती वे आपस में मिल कर स्वयं सहायता समुह बनायें और महिला बाल विकास विभाग सहित महिलाओं के लिये योजना चलाने वाली अन्य विभागों से मिलकर उसका लाभ उठायें। उन्होंने विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।

 

  • राजेश सिंह सिसोदिया (समाजसेवी)

सरगुजा के ग्रामीण व गरीब महिलाओं के उत्थान से ही महिलाओं का सही सम्मान्न होगा। उन्होंने कहा कि जिले में महिला मंडल की कमी है। जिससे की महिलाओं की बातों को उचित मंच में कोई उठा सके, उन्होंने महिलाओं से जुड़ी विभिन्न एनजीओ और उनके द्वारा किये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी और कहां कि महिलाओं से संबंधित कार्यों के लिये उनसे सम्पर्क कर महिलाओं के उत्थान की बात कही।

 

  • श्रीमती उमा सिंह

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही उमा सिंह ने कहा कि महिलाओं यदि फूल है तो चिंगारी भी है। महिलाओं को अपने आत्मसम्मान की रक्षा के लिये स्वयं ही आगे आना होगा।

 

कार्यक्रम को सुन्दरलाल दुग्गड़, समाजसेवी मुक्ता श्रेष्ठ, बच्छराज जैन, स्नेहालय फाउण्डेषन की संस्थापक ममोल कोचेटा, फाउण्डेषन के उपाध्यक्ष अनंगपाल दीक्षित ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम के दौरान सरस्वती षिषु मंदिर की छात्रा हिमांगी त्रिपाठी ने महिला उत्थान पर विषेष सारग्रभित उद्बोधन दिया, साथ सरस्वती षिषु मंदिर की छात्राओं ने दहजे प्रथा व राजा-सत्यभामा पर विषेष नाट्य रचना प्रस्तुत कि। कार्यक्रम में 21 महिलाओं का वस्त्र, स्मृति चिन्ह व प्रषस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ज्योत्सना पालोरकर, राम प्रसाद गुप्ता, ज्ञानदेव त्रिपाठी, निलिमा श्रीवास्तव, डाॅ. एमके जैन, अंजनी पाण्डेय, मोतीलाल जैन, प्रदीप जैन, पवन, मिनाक्षी जैन, मोनिका, षिला, हेमा, मिरा, रजनी मिश्रा, सिमा त्रिपाठी सहित काफी संख्या में महिलायं व आमजन उपस्थित थें।