भृत्य ने फांसी लगाकार की आत्महत्या

शनिवार रात से भीतर से बंद था घर का दरवाजा

अम्बिकापुर

क्रांति रावत
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उदयपुर में पदस्थ चपरासी दान कुमार मिंज ने घर के मयार में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दान कुमार मिंज हास्पीटल के पीछे कालोनी में किराये के मकान में विगत एक वर्ष से अकेले रहता था। बीच बीच में उसकी पत्नी जो कि कुसमी ब्लाॅक के रामनगर पंचायत में कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर पदस्थ है आया करती थी। सोमवार को स्कूल में ड्यूटी पर नही पहंुचने पर प्राचार्य आरएस सिंह ने एक भृत्य को उसके घर उसे बुलाने भेजा। दरवाजा खटखटाये जाने पर किसी प्रकार का कोई जवाब नही मिला। पड़ोसियों ने बताया कि दिन शनिवार को रात से ही घर का दरवाजा भीतर से बंद है। इसकी जानकारी भृत्य ने प्राचार्य को दी प्राचार्य ने तत्काल मोबाईल से थाने में इसकी सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस बल घटना स्थल पर राजस्व निरीक्षक राम विश्वास सिंह के साथ पहुंची । दरवाजा को खुलवाने का प्रयास किया गया परंतु विफल रहे।इसके बाद पास के ही केश्वर दास को छप्पर में चढ़ाकर खपरा को हटाकर घर के अंदर प्रवेश कराकर दरवाजा खुलवाया गया। अंदर देखने पर दान कुमार मिंज का शव मयार से बंधी हुई नायलोन की रस्सी से लटकता हुआ पाया गया। मृतक का पैर जमीन से टिका हुआ था। मृतक के शरीर से हल्की दुर्गध भी आना शुरू हो चुकी थी।

मृतक के पत्नी पुष्पा बड़ा के अनुसार उसके पति मृतक दान कुमार के व्यवहार से मकान मालिक परेशान रहती थी जो उसे कई बार खाली कराने को बोली थी। मृतक उससे अक्सर मारपीट किया करता था। जिससे दोनों के बीच में अनबन रहती थी । नौबत तलाक की आ चुकी थी। मृतक ने उसका गहना जेवर, घर का टी.व्ही, मोबाईल और बर्तन तक बेच चुका था। पैसों को लेकर अक्सर झगड़ा मारपीट किया करता था। साथ उसने संदेह भी व्यक्त किया की मृतक का किसी अन्य लड़की के साथ प्रेम संबंध भी था। मृतक की पत्नी भाई के द्वारा फोन करने पर सोमवार की सुबह 11 बजे उदयपुर आई थी। पुलिस द्वारा शव का पंचनामा कराकर शव गृह में रखा गया है उसका पोस्टमार्टम अभी नही हो पाया है। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की विवेचना कर रही है।