Chhattisgarh News: SP के सर में डंडा मारने वाले 5 गिरफ्तार, इस कारण हुआ था विवाद

Narayanpur News: जिले में धर्मांतरण को लेकर हुए दंगे में शामिल 5 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, गिरफ्तारी के बाद न्यायालय में पेश करते हुए आज जेल भेज दी गई है. भाजपा के जिला अध्यक्ष रूपसाय सलाम के साथ तीन 4 भाजपा के कार्यकर्ता मौजूद थे. जिन्हें आज न्यायालय में पेश किया गया है. इसके अलावा पुलिस और तथ्य को खंगाल रही है और जो भी इस दंगे में शामिल है उसे भी आईडेंटिफाई करते हुए गिरफ्तार करने की योजना पुलिस बना रही है. परिजनों का आरोप है कि उन्हें जबरदस्ती आज सुबह पुलिस उनके घर पहुंची और गिरफ्तार करते हुए उन्हें अपने साथ थाना ले गई परिजनों का कहना है कि वह इस मामले में बिल्कुल संलिप्त नहीं थे उसके बावजूद उन्हें मिलने नहीं दिया गया परिजनों की आंखों से आंसू छलकते नजर आए. हालांकि न्यायालय के निर्णय के बाद पांचों आरोपियों को नारायणपुर जेल भेज दिया गया है.

बता दे कि, नारायणपुर जिले में धर्मांतरण को लेकर पिछले 1 महीने से दो समुदाय के बीच जमकर घमासान मचा हुआ है. दोनों ही समुदाय के लोगों के बीच खूनी संघर्ष जारी है और कई लोग घायल भी हो रहे हैं लेकिन पिछले 3 दिनों में इस जिले के अंदरूनी गांव में हुए दो समुदाय के बीच मारपीट से हालात काफी बिगड़ गए हैं आलम यह है कि विशेष समुदाय के लोगों को अपनी जान बचाने के लिए जंगलों और अपने रिश्तेदारों के घरों का सहारा लेना पड़ रहा है. उनके घरों को दूसरे समुदाय के लोगों ने तहस-नहस कर दिया है वही 6 से भी ज्यादा चर्च तोड़े गए हैं. यही नहीं महिलाओं पुरुषों बुजुर्गों की भी डंडे लाठी से पिटाई कर दी गई है हालांकि इस मामले में अब तक 10 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है वही इन हुड़दंग मचाने वाले लोगों में नारायणपुर के भाजपा जिला अध्यक्ष रूपसाय सलाम का भी नाम सामने आया है. जिसे सोमवार देर रात ही पुलिस ने अपने हिरासत में ले लिया और मंगलवार को कोर्ट में पेश किया है.

सोमवार को धर्मांतरण के विरोध में विशेष समुदाय के लोगों द्वारा दूसरे समुदाय के लोगों से मारपीट के विरोध में नारायणपुर बंद का आह्वान किया गया था, लेकिन इस बंद के दौरान ही दूसरे समुदाय के लोगों ने एसपी कलेक्टर के साथ बैठक के बावजूद भी बाहर निकल कर जमकर हुड़दंग मचाया और शहर के चर्च में तोड़फोड़ करने के साथ ही शांति नगर में भी विशेष समुदाय के लोगों के मकानों में जमकर तोड़फोड़ की और आधा दर्जन से अधिक गिरिजाघरों को तहस नहस कर दिया, इस दौरान कुछ घरों में घुसकर हुड़दंग मचाने वाले लोगों ने मारपीट भी की, जिनमे कुछ लोग घायल भी हुए हैं मारपीट का शिकार हुए लोगों ने बताया कि कई लोग उनकी आने की सूचना पर ही अपने घरों में ताला लगाकर अपने आप को बचाने दूसरे घरों में छिप गए या फिर कई दूर तक जंगल में छिपे रहे और हुड़दंग मचाने वाले बकायदा सब के मकानों के दरवाजा तोड़कर उनके घरों के अंदर जमकर तोड़फोड़ मचाई ,जिससे पीड़ित लोगों का कहना है कि उन्हें इससे काफी नुकसान हुआ है, वहीं उन्होंने कहा कि इस हुड़दंग मचाने वाले लोगों के खिलाफ थाना में भी शिकायत दर्ज कराई जाएगी वे चाहते हैं कि उनके घरों को तोड़फोड़ करने वाले लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और उन्हें हुए नुकसान का सरकार के द्वारा भरपाई की जाए.

वही इस मामले को लेकर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने सरकारी संरक्षण में धर्मांतरण होने का आरोप लगाया हैं, कहा, जो धर्मांतरण नहीं कर रहे हैं, उनके घर पर आक्रमण करके आगजनी की जा रही है. उसी की प्रतिक्रिया कल सामने आई, शांत बस्तर को अशांत करने की जवाबदारी कांग्रेस सरकार को है. पहले दिन की घटना में जब ईसाई मिशनरी से जुड़े हुए लोग आक्रमण कर रहे थे, घर जला रहे थे, मारपीट कर रहे थे, उस समय अगर अपराधियो को अरेस्ट कर लिया जाता है, उन पर कार्रवाई कर ली जाती, तो घटना इस तरह नहीं बढ़ता. पुलिस के संरक्षण में दोषियों को बचाने का काम हो रहा है, सरकार को बहुत गंभीरता से लेनी चाहिए.

वही मंत्री रविंद्र चौबे ने धर्मांतरण के मुद्दे को सिरे से खारिज किया
ल कहा, यह कानून व्यवस्था का मामला है. किसी तरह का कहीं धर्मांतरण नहीं हो रहा है. रविंद्र चौबे का कहना है कि विपक्ष का काम केवल हंगामा करने का रह गए हैं, गृह मंत्री जी बयान देने के लिए तत्पर थे. नारायणपुर की जानकारी सदन को मिल जाए, लेकिन केवल हंगामा करने के लिए विपक्ष ने मुद्दा उठाया था गृह मंत्री जी का बयान इस में आने दिया जाना था.