घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग
एलोरा की गुफाओ के समीप स्थित घृष्णेश्वर मन्दिर
बारह ज्योतिर्लिगों में से एक
महाराष्ट्र का प्रसिद्ध घृष्णेश्वर या घुष्मेश्वर महादेव का मंदिर औरंगाबाद शहर के समीप...
भीमाशंकर मंदिर
मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है
पुणे से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित है
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है भीमाशंकर मंदिर
प्रसिद्ध धार्मिक...
7130 साल पहले पैदा हुए थे मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम..जानिए सही जन्म तारीख..!
देखा जाए भगवान श्री राम और श्री कृष्ण के संबंध में हिन्दू धर्म में अनेक मत प्रचलित है और सभी मतों के लोग अपनी...
साल के पहले दिन तिरुपति में तीन करोड़ का चढ़ावा
तिरुपति
आंध्रप्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में नए साल पर 80 हजार से अधिक भक्तों ने भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन किए। साल के पहले ही...
मकर संक्रांति पर यहां आते हैं भगवान अय्यप्पा
केरल के सबरीमाला मंदिर में मकर संक्रांति के तीसरे दिन भगवान अय्यप्पा की शोभायात्रा पहुंचती है। इस दिन भगवान अय्यपा के दर्शन करने से...
सुमेरिया सभ्यता में देवी-देवताओं का स्थान
सुमेरिया सभ्यता का उदय और संपूर्ण विकास 'दजला-फरात' नदियों की घाटी में हुआ था। प्रचीन काल में इसे मेसोपोटामिया कहा जाता है, जो आज...
यहां मां पार्वती ने खोजा था ‘नमः शिवाय’ का अर्थ
दक्षिण भारत में कपालेश्वर मंदिर मायलापुर चैन्नई तमिलनाड़ु में स्थित है। भगवान शिव का यह मंदिर 1250 ईसवी में बनाया गया। महाशिवरात्रि पर यहां...
सर्व धर्म एकता का प्रतीक है बाबा भोलनशाह की मजार…
बाबा भोलनशाह के मजार पर सभी धर्म के लोगों ने चढाई चादर
कोरिया
सालाना उर्स के मौके पर सोनहत में सभी धर्म लोगों के लोगों ने...
देखिये गुरूघासीदास राष्ट्रीय उद्यान के 12 अदभुद नज़ारे…
बरिश में लुभा रही गुरूघासीदास राष्ट्रीय उद्यान की वादियां
गुरूघासीदास राष्ट्रीय उद्यान के 12 अदभुद स्थानों का रहता है बारिश में अलग ही नजारा
कोरिया
सोनहत...
रुद्राभिषेक क्यों है इतना प्रभावी और महत्वपूर्ण….
भगवान शिव अनादि व अनन्त हैं अर्थात न तो कोई भगवान शिव के प्रारंभ के बारे में जानता है और न ही कोई अंत...