वीना सिंह के लेख… बच्चों में घटते संस्कार…
आज भौतिक संस्कृति की बढ़ती चकाचौंध ने हमारे समाज को बुरी तरह प्रभावित किया है जिसने एक तरह की दिखावा संस्कृति को जन्म दिया...
पढ़े लेखिका – वीना सिंह का लेख.. समस्याओं से घिरा समाज
हमारा समूचा समाज समस्याओं से ग्रसित है। हर किसी का जीवन उथल-पुथल से भरा पड़ा है। न चाहते हुए हम अनेकों समस्याओं का सामना...
“असमिया धुन मा छत्तीसगढ़िया राग छत्तीसगढ़ मा होइस पहुना संवाद”
वैभव शिव पाण्डेय की कलम से
आवा दे बेटी फागुन तिहार...मारबो बोकरा करबो शिकार............हे वोति कोन सेन रे मुना महुआ रे...........। धुन असमिया हे...फेर बोल...
ना बन बाचत हे ना भुइयां जल के घलोक हे छिनइयां…
"वैभव शिव " की कलम से
छत्तीसगढ़ हा पूरा देस मा एक ठिन अइसे राज हरय जिहां तीन जिनिस के कभु कमी नइ रहे हे।...
अब मंतरी मन बर रेड सिग्नल … लाल बत्ती खतरा हे !
वैभव शिव पाण्डेय
रेड सिग्नल वइसे खतरा के निसान माने जाथे। फेर इही खतरा के निसान कोन जनि कब ले नेता-मंतरी ले के अधिकारी मन...
कटाक्ष ! मीडिया पर ऊंगली उठाने वालो कि अब ऊंगली भी नही आ रही...
मीडिया वेश्या नही दर्पण है ज़नाब
सोशल मीडिया और चंद प्रभावी अंधभक्तो ने पांच राज्यों के चुनाव नतीजो मे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की समीक्षा पर कई...
साहित्य : पं.प्रांजल शुक्ला की कलम से …..
पं. प्रांजल शुक्ला कोरबा छत्तीसगढ़
बरसात
आँगन पे सावन की आई बहार,
रिमझिम रिमझिम की फुहार,,
बरसे रे बदरिया कही धुँवाधार,
सरिता पे सदा की तरह तेज चली जब...
जोगी का खुमार…भाजपा कांग्रेस को बुखार…..
रायपुर
सोशल मीडिया में ताजा हलचल भाजपा ने जमकर बांटी रेवडिया... मोर्चा से लेकर प्रकोष्ठों तक ज्यादा से ज्यादा पदों के बंटवारे की मानो बाढ़...
राज्य के चहुंमुखी विकास में महिलाओं की भागदारी…
रायपुर लेखक-सुनीता केशरवानी
स्त्री जननी और मानव जीवन का आधार स्तम्भ हैं। वह घरए परिवार और समाज को मजबूती प्रदान करने वाली सबसे महत्वपूर्ण कड़ी...
सांप्रदायिकता पर सियासी संवेदनशीलता के क्या कहने
पुण्य प्रसून बाजपेयी
लोकसभा चुनाव से पहले और लोकसभा चुनाव के बाद के हालात बताते है कि साप्रदायिक हिंसा चुनावी राजनीति के लिये सबसे बेहतरीन...