Breaking : शासकीय नही था महोत्सव..फिर भी दिख रहा था शासकीय रंग.. राष्ट्रीय शोक में शुरू हुआ तातापानी महोत्सव!..

बलरामपुर.. राज्य में राष्ट्रीय शोक की घोषणा के बाद आज जिले में तातापानी महोत्सव का आगाज हुआ ..कहने को इस बार का ततापानी का महोत्सव शासकीय आयोजनों से कोसो दूर था..लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यक्रम में मौजूदगी कुछ और ही दर्शा रही थी..वही जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी आज के सांस्कृतिक आयोजनों को रद्द करने की बात कही है..IMG 20200113 154545

दरअसल 10 जनवरी को ओमान के सुल्तान कुबूल बिन सईद अल का 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया था..और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी थी..और आज छत्तीसगढ़ सामान्य प्रशासन विभाग ने गृह मंत्रालय के उस पत्र का हवाला देते हुए..कहा था कि राज्य में एक दिवसीय शासकीय शोक रहेगा..इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई गई थी..लेकिन जिले में हर वर्ष की तरह भूजल गर्म जल स्त्रोत सयंत्र तातापानी में संक्रांति परब के अवसर पर आयोजित होने वाले तीन दिवसीय महोत्सव का आगाज सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ..जिसे लेकर अब तरह -तरह की संशय ने जन्म ले लिया है..

वही सामान्य प्रशासन विभाग के पत्र पर गौर करे तो शासकीय सांस्कृतिक आयोजन तो नही हो सकते..और इस बार तातापानी महोत्सव का आयोजन मेला समिति ही कर रही है..लेकिन मेला स्थल पर जिला प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी यह दर्शा रही है..की कार्यक्रम शासकीय नही है..फिर भी शासकीय ही है.