डैकतो ने पूरे परिवार को मार डाला,, एक बच्ची बची है जो IAS बनना चाहती है “शिवराज मामा”

सतना (पी.मनीष) मेरे भांजे और भांजी अब पढ़ाई की चिंता मत करना ,,, आप पढ़ना चाहते हो तो आपकी फीस मामा शिवराज भरेगा,,  यह बोल मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के है लेकिन उनके प्रदेश के सतना जिले मैं एक ऐसी लड़की है जिसके पूरे परिवार के 12 लोगों को डकैतों ने जिंदा जलाकर मार डाला था ,,, घटना के बाद परिवार मे बच्ची एकलौती  बची थी,,  अपने पूरे परिवार को खो चुकी इस मासूम को शासन ने पुनर्वास पढ़ाई का खर्च और प्रदेश के मुखिया ने नौकरी देने का वादा किया था,,, लेकिन आवास पढ़ाई का खर्च और  नौकरी तो छोड़िए 8 साल गुजर गए किसी ने इस बच्ची की खैरियत जानने की कोशिश भी नही की है,,,,,
18 जून 2009 सतना के मझगवां थाना अंतर्गत बिछियन गांव में एक ऐसा नरसंहार हुआ जिससे पूरा प्रदेश दहल उठा था डकैतों ने लल्लू सिंह और उसके पूरे परिवार को जिंदा जलाकर मार डाला था ,,, इस परिवार में एकलौती लड़की प्रभा ही बची थी अपना सब कुछ खो चुकी प्रभा के प्रति सरकारी तंत्र का हर अमला ने सिंपैथी दिखाई थी,,,  इस मासूम को पुनर्वास के तहत घर पूरी पढ़ाई का खर्च मुआवजा और नौकरी देने का आश्वासन दिया था,,, लेकिन  ना तो घर मिला ना मुआवजा और ना ही नौकरी ,,
इतना ही नही घटना के बाद से ना कोई जनप्रतिनिधि और ना किसी सरकारी अमले ने  इसकी ओर पलट कर देखा ,,,  घटना के बाद से पूरे परिवार को खो चुकी प्रभा को उसके पिता के एक मित्र ने गोद लिया था और उसे अपनी बेटी की तरह पाला और पिछले 8 सालों से वह उन्हीं के घर जैतवारा में रह रही है,,,  प्रभा IAS ऑफिसर बनना चाहती है जिसके लिए प्रभा ने अब तक कड़ी मेहनत की है और पढ़ाई में हमेशा अव्वल रही लेकिन प्रभा को गोद लेने वाले ज्ञानेंद्र सिंह आर्थिक रूप से इतने सक्षम नही है कि प्रभा को किसी बड़े संस्थान में आईएएस की कोचिंग करा सकें,,,  प्रभा को सरकार से नौकरी की उम्मीद तो अब नहीं है ,, लेकिन वो ये मांग जरुर कर रही है कि अगर शासन उसे पढ़ाई में मदद मिल जाए तो वो अपना सपना खुद पूरा कर लेगी।
हालाकि हाल ही में सतना दौरे में आई मध्य प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस को प्रभा के बारे में पता चला,, तो अर्चना चिटनीस ने मामले पर एक बार फिर से गंभीरता दिखाई है और प्रभा सिंह की शासन स्तर पर जल्द ही मदद का भरोसा जताया है! लेकिन देखना है कि 8 साल से शासन प्रशासन के आश्वासन पर नजरे टिकाए प्रभा पर सरकार की नजरें कब इनायत होती है।