पढिए…. वर्ष 2016 सरगुजा मे सरगुजा की क्या क्या रही उपलब्धियां….

वर्ष 2016 क्यो रहा जिले वासियो के लिए खास 
अम्बिकापुर
छत्तीसगढ़ के शीर्ष पर स्थित है सरगुजा जिला पुरातात्विक ऐतीहासिक एवं मनोहारिक प्राकृतिक सुषमा से युक्त यह जिला विकास पथ पर निरंतर अग्रसर है। संभागायुक्त श्री टी.सी. महावर एवं कलेक्टर श्री भीम सिंह के मार्गदर्शन में क्षेत्र का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा रहा है। वर्ष 2016 सरगुजा जिला के लिए अनेक महत्वपूर्ण उपलब्ध्यिं से भरा रहा है। 3 सितम्बर 2016 को सरगुजा जिले में बहुप्रतीक्षित मेडिकल कॉलेज का संचालन प्रारंभ हुआ। मेडिकल कॉलेज के प्रारंभ हो जाने से इस क्षेत्र के विद्यार्थियों को मेडिकल की पढ़ाई के लिए जहां स्थानीय स्तर पर ही सुविधा प्राप्त हुई, वहीं इस क्षेत्र के लोगों को भी उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधा का लाभ प्राप्त हो रहा है। इस मेडिकल कॉलेज के खुल जाने से राज्य में एम्स को मिलाकर कुल 11 मेडिकल कॉलेज हो गये है, जिसमें 6 शासकीय मेडिकल कॉलेज शामिल है। इस मेडिकल कॉलेज में विद्यार्थियों के लिए 100 सीट स्वीकृत हैं।
राष्ट्रीय साक्षरता सम्मान
साक्षरता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर 8 सितम्बर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी तथा केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री श्री प्रकाष जावडेकर द्वारा सरगुजा कलेक्टर श्री भीम सिंह एवं लोक षिक्षा समिति के जिला परियोजना अधिकारी श्री गिरीष गुप्ता को राष्ट्रीय साक्षरता सम्मान प्रदान किया गया। सरगुजा जिले को यह सम्मान ग्रामीण महिलाओं को षिक्षित करते हुए उन्हें सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने के लिए चलाये गये सुपोषित, षिक्षित एवं समृद्ध सरगुजा अभियान में किये गये उत्कृष्ठ कार्यो के लिए दिया गया। इस अभियान के तहत विधवा, परित्यकता एवं एकाकी महिलाओं को भी कार्यात्मक षिक्षा उपलब्ध कराते हुए स्व सहायता समूह से जोड़कर सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सषक्त किया जा रहा है।
आर्थिक गतिविधियों से जुड़ी महिलाएं 
सरगुजा जिले की महिलाओं को सामाजिक एवं आर्थिक रूप से जागरूक करने के उद्ेष्य से स्व सहायता समूहों का गठन प्रारम्भ किया गया। पूर्व कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन के मार्गदर्षन में जिले की सवा लाख महिलाओं को संगठित कर सरगुजा महामाया महिला जिला संघ का गठन किया गया है। जिले में महिलाओं के 12 हजार 411 स्व सहायता समूह का गठन कर उन्हें आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने, 399 ग्राम संघ, 25 संकुल संघ एवं 7 जनपद स्तरीय संघ का गठन किया गया है। इन महिला संघों द्वारा विभिन्न सामाजिक एवं आर्थिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। महिलाएं अम्बिकापुर नगर में आटो और अन्य वाहन चलाने लगी हैं।
स्वच्छ अम्बिकापुर मिषन 
नगर पालिक निगम क्षेत्र अम्बिकापुर को स्वच्छ रखने के उद्देष्य से 419 महिला सदस्यों से स्वच्छ अम्बिकापुर मिषन सहकारी समिति का गठन किया गया। इस समिति में 18 ठोस, अपषिष्ठ प्रबंधन केन्द्र प्रभारी, 109 सुपरवाईजर एवं 292 कार्यकर्ता सदस्य शामिल हैं। इन महिला सदस्यों द्वारा निगम के सभी 48 वार्डो में घर-घर जाकर सूखे एवं गीले कचरे का संग्रहण किया जा रहा है। नागरिकों द्वारा नगर को स्वच्छ रखने में अपने महती भूमिका का निर्वहन करते हुए कचरा संग्रहरण करने वाली महिलाओं को यूजर चार्ज दिया जा रहा है। प्रति माह नागरिकों द्वारा लगभग 7 लाख रूपये यूजर चार्ज दिया जाता है। अब तक अम्बिकापुर के नागरिकों द्वारा लगभग 51 लाख रूपये यूजर चार्ज दिया जा चुका है।
देश के स्वच्छ शहरों में अम्बिकापुर शामिल
निगम क्षेत्र में चलाये जा रहे स्वच्छता अभियान की वजह से अम्बिकापुर को देष के 8 स्वच्छ शहरों में शामिल किया गया है। इन शहरों में ग्रेटर मुम्बई, मैसूर, मोहाली सहित अन्य शहर शामिल हैं। इसके अतिरिक्त अम्बिकापुर को ‘‘स्कॉच’’ संस्था द्वारा भी स्वच्छ शहर के रूप में नामांकित किया गया है। अन्तर्राष्ट्रीय संस्था कैपम द्वारा भी अम्बिकापुर को स्वच्छता के क्षेत्र में किये जा रहे नवाचार के लिए चयनित किया गया है। कलेक्टर श्री भीम सिंह के मार्गदर्षन में शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए लगातार अभियान का संचालन किया जा रहा है।