जिला जेल में अव्यस्था ने पसारा पैर..RTI से हुआ खुलासा..जेलर ने की बकाया ले जाने की पेशकश

विचाराधीन कैदि ने सार्वजनिक की जेल की दास्ताँ…

आपका कुछ बकाया हो तो ले जा सकते है : जेलर …

बलरामपुर “मितेश केशरी”

बलरामपुर-रामानुजगंज जिला निर्माण के बाद रामानुजगंज जेल को जिला जेल का दर्जा तो प्राप्त हो गया है लेकिन इस जेल में अव्यवस्थाए अब भी अपने पैर पसारे हुए है। यहाँ कैदियों को दिये जाने वाला भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे है। जानकारी के अनुसार यहाँ बंदियों को दिया जाने वाला भोजन स्तर हीन और घटिया किस्म का होने का आरोप जेल प्रबंधन पर लग रहा है। दरअसल रामानुजगंज जेल में हो रहे इस भ्रष्टाचार का खुलासा आर टी आई से मिली जानकारी से हुआ जानकारी में पाया गया की जेल अधीक्षक और एक स्थानीय फार्म की मिली भगत से हर माह लाखो रुपये का चूना शासन को लगाया जा रहा है।

कागजो में होती है सप्लाई की खानापूर्ती

जानकारी के अनुसार जेल के स्टाफ की मिली भगत से यहाँ खरीदा जाने वाला सामान जैसे चूना, अंडा, दूध, सहित अन्य सामग्रियों का वार्षिक निविदा दे दिया गया है। नगर के अन्य व्यवसाइयो ने आरोप लगाया है की लगातार एक ही फर्म को जेल में सप्लाई का काम देना मिली भगत का नतीजा है। जानकारी यह भी है की बाजार मूल्य से अधिक दाम पर जेल प्रबंधन खरीदी करता है जिससे शासन की राशी का दुरुपयोग करना साफ़ प्रतीत होता है। वही सप्लाई की जा रही खाद्य सामग्री भी स्तर हीन होने की शिकायत लगातार सार्वजनिक हो रही है।

RTI लगाया तो होगी शिकायत

दरअसल नगर के व्यवसायी सुनील गुप्ता द्वारा RTI के जरिये जेल के अन्दर सप्लाई के नाम पर लाखो रुपये की अवैध कमाई का खुलासा करते हुए इसकी शिकायत जेल महानिरीक्षक, गृह मंत्री पुलिस महानिदेशक व तत्कालीन एसडीएम् रितेश अग्रवाल से की थी जिस पर श्री अग्रवाल द्वारा जांच कमेटी बना कर जांच कराई गई लेकिन जांच टीम ने शिकायत करता का बयान लिए बिना ही जांच पूरी कर ली और मामले में लीपापोती कर दी। वही सुनील गुप्ता की RTI से हुए खुलासे के बाद बौखलाए जेल अधीक्षक ने सुनील गुप्ता के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत कर RTI लगा कर परेशान किये जाने का आरोप लगा कर कार्यवाही की मांग की गई थी।

जेल की कहानी विचारधीन कैदी की जुबानी

नगर के प्रसिद्द समाज सेवी प्रमोद केशरी विचाराधीन कैदी के रूप में रामानुजगंज जेल में रह चुके है जेल से बाहर आने के बाद उन्होने कई बाते सार्वजनिक की जिसमे बताया गया की जेल के अन्दर घटिया किस्म का भोजन कैदियों को दिया जाता है। वही जेल प्रहरियो पर नशे की हालत में कैदियों के साथ मारपीट किये जाने का खुलासा भी श्री केशरी ने किया है।

ज्ञान सिंह मरकाम..जेलर जिला जेल रामानुजगंज

पूरे मामले में जेलर ज्ञान सिंह मरकाम ने कहां की ऐसी कोई बात नहीं है समय समय पर अधिकारी चेक करने आते है, मै आपकी सभी बातो का खंडन करता हु, वही जेलर महोदय ने यह भी कह डाला की आपका कुछ बकाया हो तो आशीष बोपचे सब देखता है आशीष से मिल कर आप अपना बकाया ले सकते है।

बहरहाल खबरों में आरोप, प्राप्त जानकारी और RTI के खुलासे के आधार पर जेल प्रंबंधन पर आरोप लग रहे है लेकिन जब आमने इस मामले में उनका पक्ष जानना चाहा तो आरोपों का खंडन करते हुए जेलर साहब ने शायद दबी जुबान में पैसो की पेशकस कर डाली उनके इन शब्दों से “आपका यदि कोई बकाया हो तो आशीष बोपचे सब देखता है आशीष से मिल कर आप अपना बकाया ले सकते है” यही प्रतीत होता है की वाकई सेटिंग का खेल इस जेल में खेला जा रहा है और पैसे के रौब से सभी के मुह बंद कराये जा रहे है।