पड़ताल… जांजगीर पटवारी पंडा बने दुधारू गाय…!

@ संजय यादव/06 अगस्त 2020
जांजगीर पटवारी पंडा बने दुधारू गाय..

जांजगीर पटवारी पंडा आये दिन उच्च अधिकारीयो के शिकार हो जाते हैं। किसी न किसी मामले मे उच्च अधिकारीयो तक शिकायत पहुंचने के बाद पटवारी पंडा को निलंबित कर दिया जाता हैं. कुछ दिनो बाद फिर से बहाल हो जाते है। जांजगीर पटवारी पंड़ा अधिकारीयो के दुधारू गाय की तरह हो गये है… पहले पूर्व कलेक्टर जनक पाठक के खिलाफ अनाप सनाप बोलने की सजा निलंबित होकर चुकानी पड़ी.उसके बाद फिर से शासकीय जमीन की गलत जानकारी उच्च अधिकारीयो को देने केे कारण निलंबित है…पटवारी की भी उच्च अधिकारीयो सेे जबरजस्त सेटिंग है, लेनदेन के बाद फिर से बहाल हो जाते हैं.. अब पंड़ा पटवारी भी निलंबित होने के आदी हो गये है..उन्हे ऐसे कार्यवाही का कोई असर नही होता…हां लेकिन उच्च अधिकारीयो के लिए पंडा पटवारी जरूर दुधारू गाय की तरह हो गये जब मन करे दु लो.
जिले में नरवा,गरवा,घुरवा,बाड़ी सिर्फ कागजो पर..

जांजगीर चांपा जिले मे मुख्य मंत्री भुपेश बघेल की ड्रीम प्रोजेक्ट सिर्फ कागजो मे शोभा बढ़ा रहे है. जमीनी हकीकत कुछ और ही है… जिले मे बने गोठानो की बात करे तो गिनती के गोठानो मे व्यवस्था ठीक-ठीक नजर आती है। अधिकांश ग्राम पंचायतो में गोठानो की दशा किसी से छिपी नही है… गोठान तो बने है लेकिन गायो के छायादार सेड, पैरा नही है। वही कही पैरा है तो वो भी बारीश की वजह से सड़ रहे है। जिले में अधिकारी इस योजना के लिए कितना गंभीर है यह देखने पर ही पता चल जाता हैं. पंचायतो में गोधन न्याय योजना का बंठाधार लगाने में ग्राम पंचायतो के सरपंच,सचिव कोई कसर नही छोड़ रहे है. गोठानो मे पैरा, गोबर रखने के पर्याप्त संसाधन नही होने के कारण गोबर पानी मे बह जा रहा हैं ।
जिले में जगह-जगह जुआ-सटटे का शोर..
जांजगीर चांपा जिले में सटटोरियांे व जुआड़ीओ के हौसले इतने बुलंद है कि पुलिस विभाग के उच्च अधिकारीयो को जानकारी देने के बाद भी किसी प्रकार की कार्यवाही उन पर नही हो रही है। सक्ती, बलौदा,बम्हनीडीह, जैजैपुर, पामगढ़ क्षेत्रो में खुले आम जुआ का खेल हो रहा हैं. ऐसी बात नही इस क्षेत्र के थानेदार को इसकी जानकारी नही है. जानकारी के बाउजुद इन पर कार्यवाही करने बचते हैं। जानकारी के अनुसार जुआड़ीयो की पकड़ पुलिस विभाग के उच्च अधिकारीयो तक बताई जा रही हैं.. जिसके कारण संबधित क्षेत्रो के थानेदार भी कार्यवाही करने से डरते हैं। इन दिनो सक्ती जंगल,कटरा जंगल की बात करे तो पुराने जुआड़ी गु्रप बना कर लाखो का जुआ संचालित करा रहे है।
जांजगीर चांपा जिले मे पोस्ंिटग के हाई रेट..
जांजगीर चांपा जिला शासकीय अधिकारीयो व कर्मचारीयो के एक चारागाह बन गया हैं. शासकीय विभाग के अधिकारी अपनी पोस्ंिटग जांजगीर चांपा जिला कराने के लिए मुुंह मांगा रकम देने को तैयार रहते हैं. शासकीय विभाग के मलाईदार विभाग के जिला स्तर अधिकारीयो की सेटिंग संबंधित विभाग के मिनस्टर के पीए तक डारेक्ट होती है। अपनी पंसद के अनुसार जगह पाने के लिए मुंह मांगा राशि देकर जांजगीर चांपा जिले मे अपना पोस्ेिंटग कराने मे तैयार रहते है। प्रदेश मे सबसे बड़ा जिला होने के साथ सबसे ज्यादा फंड इसी जिले मे आता है लेकिन विकास कार्यो के नाम सिर्फ आमजनता को झुनझुना मिलता है..मलाई तो अधिकारी खाते हैं। प्रदेश में अन्य जिलो की अपेक्षा जांजगीर चांपा जिले में पोस्ंिटग के हाई रेट हैं। कारण जो भी लेकिन जांजगीर चांपा जिला उच्च अधिकारीयों का पसंददीदा जिला माना जाता है।
पुलिस विभाग के बल्ले -बल्ले..
जांजगीर चांपा जिले के पुलिस महकामा इन दिनो मजे मंे है..जिले में विभाग के कई उच्च अधिकारी वर्षो से अंगद की तरह पैर जमाये बैठे हुए हैं. प्रदेश स्तर में कई बार अधिकारीयो के फेरबदल हुए लेकिन यहां के अधिकारीयो कुछ नही हुआ. इस तरह वर्षो से जिले मे जमे अधिकारीयो के काम करने के तरीके भी काफी बदलाव देखा जा रहा हैं। जिले मे इन दिनो कई ऐसे संगीन मामले पेंिडग पडे़ है. जिसमें आरोपीयो का कोई अता पता नही, महीनो गुजर जाने के बाद भी पुलिस की पकड़ से बहार हैं…तो कई क्षेत्रों में जुआरियो व सटोरियो के पुलिस विभाग में जबरजस्त पकड़ है। क्षेत्र में आये दिन जुआरियो की खबर पुलिस तक पहुचतीं हैं लेकिन किसी प्रकार की कार्यवाही नही होती..या कभी हो भी जाती हैं तो लेनदेन कर मामले को रफा दफा कर दिया जाता हैं .
सरपंचो के गाॅड फादर जिला पंचायत सीईओ...
इन दिनो जिले के सभी ग्राम पंचायतो के सरपंच व सचिव खुश नजर आ रहे हैं..और जगह -जगह जिला पंचायत सीईओ साहब के तरीफो के पुल बंाध रहे है। ग्राम पंचायतो मे विगत वर्ष राज्य सरकार द्वारा आंबटित राशि का भुगतान करने में किसी प्रकार की कठिनाई ग्राम पंचायतो में नही आ रही हैं..और न किसी काम के प्रस्ताव पास कराने में पसीने बहाने पड़ रहे है। ग्राम पंचायतो मे विकास कार्यो का हिसाब किताब भी सीईओ साहब असानी से समझ जा रहे हैं। किसी प्रकार की दिक्कत अन्य वर्षो की तरह होती थी इन दिनो नही दिख रही हैं। जांजगीर चांपा जिला पंचायत मे सीईओ साहब की बेहरबानी से सभी ग्राम पंचायतो के सरपंच व ठेकेदार काफी खुश हैं। गा्रम पंचायतो में सरपंच व सचिव द्वारा कितना भी भ्रष्ट्राचार किया हो लेकिन सरपंच सचिव को किसी बात का डर नही हैं।