Breaking : HMS मजदूर संघ ने जिला प्रशासन पर धमकाने का आरोप लगाया तो.. प्रशासन ने KSK पावर कंपनी और श्रमिकों को आपसी समन्वय से कार्य कर प्लांट को शुरू करने की बात कही.. प्लांट प्रबंधन ने कहा 5 सौ करोड़ का हुआ नुकसान.. घंटे तक चली त्रिपक्षीय वार्ता..

जांजगीर चांपा। जांजगीर.चांपा में एशिया के सबसे बड़े पाॅवर प्लंाट केएसके महा नदी पाॅवर प्लांट में पिछले एक सप्ताह से चली आ रही एचएमएस मजदूर संघ एवं यूनाइटेड मजदूर संघ की हड़ताल को देखते हुए मंगलवार को केएसके महानदी पावर कंपनी प्रबंधन ने प्लांट को लॉक आउट कर दिया है। जिसके कारण 4 हजार मजदूर बरोजगार हो गये है। जिला प्रशासन प्लांट बंद होने के बाद प्लांट प्रबंधन व दोनो मजूदर संगठनो को बुलाकर त्रिपक्षीय वार्ता के लिए आज लेबर कार्यालय में घंटो तक बैठक का दौर चला जिसमें जिला प्रशासन ने तीनो पक्षो से चर्चा कर सभी लोगो को आपसी समझौता कर प्लांट प्रबंधन को प्लांट शुरू करने के निर्देश दिया तो दोनो मजदूर संगठन अपनी मांगो को लेकर अडे़े रहे । घंटो चली बैठक में यह नतीजा निकला कि प्लांट मे जिला प्रशासन पूरी सुरक्षा के साथ प्रबंधन के शुरू करने के निर्देश दिये। आज जिला श्रम पदाधिकारी कार्यालय में केएसके महानदी पावर कंपनी के अधिकारियो व श्रमिक संगठन के पदाधिकारियों की सयुंक्त बैठक हुई। बैठक में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्रीमती लीना कोसम व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मधुलिका सिंह के समक्ष दोनो पक्षों ने अपनी.अपनी बात रखी। प्रबंधक व श्रमिक संगठन के पदाधिकारियो ने पावर प्लाण्ट चालू रखने एवं शांति व्यवस्था बनाने के लिए सहमति दी।

अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी ने कहा कि पावर कंपनी और श्रमिकों को आपसी समन्वय से कार्य करना होगा। कानून का उल्लंघन करने पर नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी। किसी भी प्रकार की भ्रम की स्थिति निर्मित न करंे। आपसी संवाद की स्थिति बनी रहे। श्रम कानून का पालन करवाने में जिला प्रशासन श्रमिको और कंपनी प्रबंधको का सहयोग करेगा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मधुलिका सिंह ने प्रबंधको से कहा कि कंपनी परिसर की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करें। अनाधिकृत व्यक्तियों का परिसर मे प्रवेश प्रतिबंधित करे। सीसी कैमरा चालू हालत में रखेे। शांति व्यवस्था भंग होने की स्थिति में पुलिस को तत्काल सूचना दें। श्रीमती मधुलिका सिंह ने मजदूर संघ के पदाधिकारियो से कहा कि सोशल मीडिया के उपयोग में साइबर एक्ट का पालन करें। किसी भी प्रकार की भ्रम की स्थिति निर्मित ना करें। कंपनी प्रबंधन के अधिकारियो व श्रमिक संगठन के पदाधिकारियो ने आपसी समन्वय से काम करने पर सहमति व्यक्त की। श्रमपदाधिकारी श्री केके सिंह ने श्रमकानून के प्रावधानों की संक्षिप्त जानकारी दी।वही भू-स्थापित किसानो के संगठन के लोगो ने जिला प्रशासन पर धमकाने को अरोप लगाया । आपको पता दे कि फिलहाल प्लांट में तालाबंदी होने से कई राज्यों में विद्युत वितरण ठप है। इससे हर रोज करोड़ो का नुकसान हो रहा है। गौरतलब है कि एचएमएस मजदूर संघ एवं यूनाइटेड मजदूर संघ इन दोनो समूह के लोग आपस में वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं।

अकलतरा विधायक ने कहा प्लांट प्रबंधन भागना चाह रहा है….

अकलतरा विधानसभा के भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने प्लांट प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्लांट से कोयला,पानी सभी उपलब्ध है . मजदूर काम करने को तैयार है फिर प्रंबधन बिना पूर्व सूचना दिये लाॅक आउट करना नियम के विरूध है . जिला प्रशासन को प्लांट प्रबंधन के खिलाफ कार्यवाही करना चाहिए। दो मजदूर संगठन के बीच मामूली विवाद था . जिला प्रशासन चाहता तो आपसी सहमति से सुलझा सकता था। पर मेरे को लगता है प्लांट प्रबंधन यहां से भागना चाहता है।