पांच में चार बच्चियां पीलिया पीडित , परिजनो की बढी चिंता

  • शिशु रोग विशेषज्ञ डाँ के.आऱ.टेकाम ने की पुष्टि
  • चिकित्सको ने कहा हालत गंभीर

अम्बिकापुर(दीपक सराठे)

तीन दिन पहले दो अप्रैल को रघुनाथ जिला अस्पताल मे एक साथ जन्मी पांच बच्चियो मे से चार बच्चियो को पीलिया हो जाने की पुष्टि संबधित चिकित्सक ने की है। पांचो नवजात की देखभाल मे लगे चिकित्सक शिशु रोग विशेषज्ञ डाँ टेकाम का कहना है कि जन्म के तीन के भीतर नवजात को पीलिया हो जाने से उस पर काबू पाना मुश्किल हो जाता है। चिकित्सक के अनुसार पांच मे चार बच्चो की स्थिती फिलहाल खतरे मे है। वैसे चिकित्सको की टीम अपनी तरफ से पूरी कोशिश मे लगी है ताकि बच्चो को पूरी तरह स्वस्थ किया जा सके।

विदित हो कि 2 अप्रैल को लखनपुर के बिनकरा निवासी मनीता राजवाडे पति महेश राजवाडे ने एक साथ पांच बच्चियो को जन्म दिया औऱ रातो रात पूरे देश सुर्खियो मे आ गई। छत्तीसगढ के लिए यह पहली घटना को देखते हुए अस्पताल मे चिकित्सको की टीम द्वारा जच्चा बच्चा दोनो को अपने संरक्षण मे रख उनका बेहतर उपचार किया जा रहा है। गरीब कृषक के घर एक साथ पांच बच्चियो के जन्म लेने को लेकर प्रशासन भी उस परिवार का सहयोग करने तत्पर है। कलेक्टर ऋतु सैन ने पांचो बच्चियो का सुकन्या समृद्दि योजना के तहत खाता खुलवाने की बात भी कही है। पांचो बच्चियो को एक साथ जन्म लेने के बाद जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर वायलर हुई तब से शहर के भारी संख्या मे लोग उसे देखने अस्पताल पंहुच रहे है। हांलाकि बच्चो को एसएनसीयू वार्ड मे रखा गया है। जंहा सभी के जाने की इजाजत नही है।

कल शाम राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय , महिला बाल विकास जिला कार्यक्रम अधिकारी सी.एस.सिसोदिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी बच्चो को प्रसुता से मिलने पंहुचे थे। राज्य़ महिला आयोग की अध्यक्ष व जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बेटियो का अच्छी तरीके से लालन पालन व परवरिश की प्रेरणा देते हुए शासन स्तर से भी लागू योजनाओ का लाभ दिलाने परिवार का आश्वसत किया। लोगो की सहायता व आश्वासन के बाद प्रसुता मनीता व उसका पति महेश सहित परिवार के लोगो की चिंता कुछ कम हो सकी थी परंतु आज पांच बच्चियो मे से चार बच्चियो को पीलिया हो जाने व उनकी गंभीर स्थिती को देखते हुए परिवार के लोगो मे फिर से चिंता की लकीरें खिंच गई है। ज्ञात हो कि पूर्व मे मनीता व महेश अपनी पहली बच्ची को खो चुके है। शिशु रोग विशेषज्ञ डाँ टेकाम ने कहा कि सभी बच्ची समय से पहले पैदा हुए है और कमजोर है, जन्म के तीन दिन के अंदर बच्चो को पीलिया हो जाने से स्थिती से निपटना काफी मुश्किल हो जाता है। बहरहाल सभी बच्चो जिला चिकित्सालय के शिशु गहन चिकित्सा केन्द्र मे चिकित्सको की निगरानी मे है।

 

अम्बिकापुर जिला अस्पताल मे एक मां ने पांच बच्चियो का जन्म

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राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बच्चियो को देखने पंहुची अस्पताल

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