पुलिस अधीक्षक के पास पहुचीं.. डी.बी.वेंचर्स के खिलाफ शिकायत.. हाउसिंग प्लान का अप्रूवल बैगर ही ब्रिकी कर दिया गया मकान

जांजगीर-चांपा। चांपा नगर के डीबी वेन्चर्स के खिलाफ शिकायत अब पुलिस अधीक्षक तक पहुचं गई हैं। कोरबा निवासी श्याम सुंदर पिता जेठू दास ने अपनी लिखित शिकायत मे कहा है कि चांपा के डीबी वेन्चर्स में 12 मार्च 2018 को मकान बुकिंग कराया था जिसकी कीमत उस समय 22 लाख 50 हजार रूपये रखी गई थी जिसकी वर्तमान मे कीमत 34 हजार 90 हजार हो गई है। शिकायत में उन्होने कहा है कि जिस समय मकान बुक कराया था उस समय डीबी वेन्चर्स के पास हाउसिंग प्लान अप्रुवल नही के कारण समय सीमा के अंदर मकान बना कर नही दे पाया जिसके कारण मजबुरन हमें मकान की बुकिंग कैंसल कराा पड़ा।

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चुंकि मकान बुकिंग कराने के समय मकान के लिए कुल राशि मे से टोकन एमाउंट दिनांक 12.3.2018 को और 25 प्रतिशत राशि दिनांक 21 मार्च 2018 को 6 लाख 21 हजार रूपये चेक माध्यम से डीबी वेन्चर्स के पास जमा किया। जब समय पर मकान नही बना तो मजुबरन मकान का बुकिंग कैंसल कर जमा राशि वापस की मांग की गई लेकिन कंपनी द्वारा मकान बुकिंग कैंसल करने पर इसके द्वारा शर्त रखी गई कि जमा राशि पर कुछ काट कर राशि वापस दिया जायेगा। लेकिन बार – बार समय दिने के बाउजुद अभी तक बाकी राशि वापस नही किया जा रहा है। जो राशि मकान बुकिंग करते समय हमारे द्वारा कंपनी के पास जमा किया गया वह बैंक से लोन लेकर दिया गया है जिसका ब्याज हम बैंक को दे रहे है। हमारे द्वारा लगातार 1 वर्ष 11 महीने से उनके पास जमा राशि की मांग की जा रही है। लेेकिन उनके द्वारा बार-बार हमे वापस देने के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। जब कंपनी का कार्यालय जाकर उनके कर्मचारी से बात की जाती है तो उनके द्वारा डीबी वेन्चर्स के कर्मचारी शंकर शर्मा,मनसूर खान,अजय शर्मा,का मोबाइल नंबर देकर बात करने को कहा जाता है।

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जब इनसे बात किया जाता है तो इनके द्वारा मानसिक व आर्थिक परेशान किया जाता है। और कई तरह का बात कहते हुए घुमाया जाता है। कंपनी जमा राशि में 20 प्रतिशत राशि काटने का प्रावधन बता कर एडवाईजर चार्ज लेने की बात कही जा रही है। कंपनी द्वारा कैंसल फार्म भी भरा कर ले लिया गया है लेकिन अब तक राशि वापस नही किया गया है। शिकायतकर्ता श्याम संुदर पिता जेठू दास ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाया हैं समय पर उनकी राशि वापस नही करने से उनकी आर्थिक एवं मानसिक स्थिति खराब हो रही हैं. पुलिस अधीक्षक से लिखित मे शिकायत कर जमा राशि वापस दिलाने की मांग की है।