Chhattisgarh News: सक्ति जिला अलग होने के बाद बदल जाएगा जांजगीर-चांपा जिले का राजनीति समीकरण, 2023 के विधानसभा चुनाव में सबकी नजर जांजगीर-चांपा जिले में, जाने क्या होगा वजह..

जांजगीर-चांपा। 10 सितंबर को सक्ति वासियों के लिए सूरज की पहली किरण के साथ नया सवेरा होगा। क्योंकि इस दिन सक्ति पूर्ण अस्तित्व वाला जिला हो जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 10 तारीख को सक्ति जिले का उद्घाटन करने आ रहे हैं। सक्ति जिला बनने के बाद जांजगीर-चांपा जिले की राजनीति समीकरण बदल जाएगी। आने वाले 2023 की विधानसभा में सक्ति जिला से ज्यादा जांजगीर-चांपा जिला राजनीति पार्टियों के लिए  फोकस वाला जिला होगा। खासकर कांग्रेस पार्टी के लिए 2023 विधानसभा चुनाव अपने अस्तित्व की लड़ाई के लिए होगा तो वहीं भारतीय जनता पार्टी अपनी जनाधार बचाने के लिए चुनाव लड़ेगा। फिलहाल जांजगीर-चांपा जिला कांग्रेस मुक्त जिला हो गया है।

जांजगीर चांपा से अलग हुए सक्ति एवं चंद्रपुर में कांग्रेस पार्टी के विधायक हैं जबकि जांजगीर-चांपा जिला में तीन विधानसभा हैं पामगढ़, अकलतरा एवं जांजगीर-चाम्पा। अकलतरा एवं जांजगीर चांपा में भाजपा के विधायक हैं, जबकि पामगढ़ में बहुजन समाज पार्टी के विधायक है। इस लिहाज से आने वाले विधानसभा चुनाव में जांजगीर-चांपा जिले में सबसे ज्यादा मेहनत कांग्रेस पार्टी को ही करना होगा। क्योंकि सत्ता में होते हुए पार्टी नहीं चाहेगी की जांजगीर-चांपा जिला के तीनों विधानसभा में चुनाव हार जाए। सक्ति जिला अलग होने के बाद जांजगीर-चांपा जिले में नए राजनीतिक समीकरण बनेंगे। वही देखना होगा कि डॉ चरणदास महन्त का दखल सक्ति जिला के साथ-साथ जांजगीर-चांपा जिला में भी रहेगा या नहीं। यह आने वाला समय ही बताएगा। 

फिलहाल छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत का दखल कोरबा जिला के अलावा जांजगीर चांपा में भी देखे जाते हैं वहीं अब सक्ति जिला अलग होने के बाद तीनों जिलों में पूर्ण रूप से डॉ. चरणदास महंत का हीं दखल होने वाला है। राजनीति क्षेत्र के साथ-साथ सामाजिक, व्यापारिक क्षेत्रों में भी अलग ही नजारे देखने को मिलेंगे।  वही सक्ति जिले में भी अब पूर्ण अस्तित्व में आने के बाद राजनीति उठापटक देखने को मिलेंगे। नए जिले में सभी नेता अपना वजूद बनाना चाहेगा इसलिए नए जिले बनने के बाद सक्ति में अस्तित्व की लड़ाई शुरू हो जाएगा। 

सक्ती जिले अब इस तरह नजर आएंगे..

सक्ती पहले से शिक्षा जिला था, अब प्रशासनिक मुख्यालय भी जांजगीर-चांपा का सक्ती शिक्षा विभाग के लिए पहले से ही जिला था। अब यह प्रशासनिक जिला भी बनने जा रहा है। नए जिले में उपखंड सक्ती की तहसील सक्ती, मालखरौदा, जैजैपुर और उपखंड डभरा की तहसील डभरा सहित कुल 5 तहसीलें शामिल होंगी। इसके उत्तर में कोरबा जिले की करतला तहसील, दक्षिण में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले का सारंगढ़, पूर्व में रायगढ़ जिले का खरसिया और पश्चिम में जांजगीर-चांपा जिले के सारागांव, बम्हनीडीह तहसील आएगी। जिले का कुल क्षेत्रफल एक लाख 51 हजार 976 वर्ग किलोमीटर है। 2011 जनगणना के अनुसार जिले की आबादी 6 लाख 47 हजार 254 है। इसमें कुल गांवों की संख्या 465 है।