CG News: मूर्ति विसर्जन के दौरान नहर में डूबे बिजली विभाग के अधिकारी का 18 घंटे बाद मिला शव


भगवान श्री विश्वकर्मा की प्रतिमा का विसर्जन करने के दौरान नहर में एक कनिष्ठ यंत्री (JE) पानी में डूब गए थे। लगभग 18 घंटे बाद छत्तीसगढ़ के नवगठित जिला सक्ती के नगरदा क्षेत्र में जेई की लाश बरामद हुई। सूचना पर पुलिस ने शव निकाल कर वैधानिक कार्रवाई उपरांत स्वजनों को सौंप दिया।

कोरबा जिले के उरगा थाना क्षेत्र अंतर्गत विद्युत वितरण केंद्र बरपाली भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर विधि विधान से पूजा पाठ की गई। रविवार को हवन पूजन के बाद देर शाम प्रतिमा विसर्जन करने सभी लोग निकले थे। रात नौ बजे बरपाली के पास नहर में प्रतिमा का विसर्जन किया गया और उसके बाद सभी लोग वापस लौटने लगे। इसी दौरान कुछ लोगों को वितरण केंद्र के कनिष्ठ यंत्री हुनेंद्र कंवर दिखाई नहीं दिए। तब उन्होंने उपस्थित अन्य लोगों से पूछताछ की। सभी लोगों द्वारा अनभिज्ञता जताए जाने पर संदेह हुआ। उनके लापता होने की जानकारी से कर्मचारियों में खलबली मच गई।

सभी लोग अपने स्तर पर उनकी खोजबीन करते रहे और वापस नहर के किनारे पहुंचे और पूछताछ की। जेई के पता नहीं चलने पर डायल 112 के साथ ही उरगा थाना में सूचना दी गई। उरगा थाना प्रभारी निरीक्षक सनत सोनवानी समेत डायल 112 की टीम स्थल पर पहुंची। पूछताछ के दौरान एक व्यक्ति ने बताया कि उन्हें अंतिम बार पुल की रेलिंग में बैठे हुए देखा था। इस पर पुलिस ने आशंका जताई की कहीं संतुलन बिगड़ने से कंवर नहर में गिर गए हो। इसके साथ ही पानी में तलाश शुरू की गई। पुलिस कंट्रोल रूम के जरिए नहर मार्ग वाले थानों को भी सूचित किया गया।

सोमवार की सुबह नवगठित सक्ती जिला के ग्राम नगरदा से होकर बहने वाली नहर में एक शव बहते हुए कुछ लोगों ने देखाए तो इसकी सूचना पुलिस को दी। पानी से शव निकालने के बाद उसकी पहचान जेई हुनेंद्र कंवर के रूप में हुई। उरगा पुलिस को सूचना देने के साथ ही नगरदा पुलिस द्वारा वैधानिक कार्रवाई कर शव का पोस्टमार्टम कर स्वजनों को सौंप दिया। जेई कंवर के निधन की सूचना मिलने स्वजन समेत विभाग के सहकर्मियों में शोक की लहर व्याप्त है। बहरहाल मामले में पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है।