पूर्व सांसद निधन की आई बूरी खबर…इधर भाजपा कार्यालय में फुट रहे थे पटाखे, बांटी जा रही थी मिठाईयां…जिलाध्यक्ष चुनाव में वरिष्ठ भाजपाई नेता अपने सांसद के निधन पर दो मिनट का मौन धारण करना भी भूल गये…

जांजगीर चांपा। भाजपा के जिला कार्यालय में आज जिलाध्यक्ष का घोषणा होना था..जो 2 बजे शुरू हुआ..कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव सहित सांसद,विधायक सहित भाजपा के समस्त संगठन के कार्यकर्ता उपिस्थत थे। चुनाव मे जिलाध्यक्ष की घोषणा होने के चंद समय सभी वरिष्ठ नेताओ के मोबाइल में यह सूचना आ गई की कोरबा के पूर्व भाजपा सांसद बंशी लाल महतो को निधन हो गया है। बावजुद सभी नेता अपने -अपने स्वागत कराने व भाषण देने मे लगे रहे। भारतीय जनता पार्टी अपने को एक अनुशाषित पार्टी बताती है। लेकिन आज देखने को मिला कि पार्टी के वरिष्ठ नेता के सम्मान मे दो मिनट का श्रंद्वाजलि देने की याद किसी को नही आई । अपने पार्टी के वरिष्ठ नेता व कोरबा के पूर्व संासद के निधन पर किसी ने मंच से शोक व्यक्त नही किया । जिलाध्यक्ष नाम की घोषणा के बाद हाल में मिठाईयां बटना शुरू हो गया। कार्यक्रम समाप्ती के बाद सभी एक दूसरे को गले लगाकर बधाईयां दे रहे थे। लेकिन किसी ने यह नही सोचा कि अपने पार्टी के नेता को दो मिनट का मौन धारण कर श्रंधाजलि दे दे।

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कृष्णकांत चन्द्रा बने जिलाध्यक्ष…

भाजपा के युवा नेता कृष्णकांत चन््रदा को आखिरकार आपसी सहमति से जांजगीर चांपा जिले का जिलाध्यक्ष बनाया गया हैं . जिलाध्यक्ष बनने के बाद मिडिया से चर्चा करते हुए चन््रदा ने कहा कि मेरी प्राथमिकता सब को साथ लेकर पार्टी के लिए काम करेंगें। लगातार 25 वर्षो से पार्टी मे एक कार्यकर्ता के रूप मे काम करने का फल मुझे मिला है जिसे मै पूरी निष्ठा और ईमानदारी से पूरा करूगां

मुख्य अतिथि ने महिलाओं की उपस्थिति को लेकर चिंता जताई..

जांजगीर चांपा जिले में जिलाध्यक्ष चुनाव कार्यक्रम मे आये महिलाओ की उपस्थिति को लेकर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संजय श्रीवास्तव ने चिंता जताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी में महिलाओं की उपस्थिति चिंतनीय है। कार्यक्रम मात्र आठ से दस महिलाऐ ही कार्यक्रम मे पहुचीं थी।

श्रीवास्तव ने कहा राज्य में सरकार नाम की कोई चीज नही है…

मिडिया से चर्चा करते हुए चुनाव प्रभारी व प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि राज्य मे सरकार नाम की कोई चीज नही है। ऐसा लगता है जैसे कांग्रेस विपक्ष मे हैं। कांग्रेस की सरकार की मंशा सिर्फ आम जनता भ्रमित करना है। जिस प्रकार नगरीय निकाय चुनाव मे हार की डर से अप्रत्यक्ष प्राणली से चुनाव कराने का निर्णय लिया है उससे यही साबित होता है।