श्रीलंका से 7 विकेट से हारने के बाद सेमीफाइनल के लिए भारत की मुश्किलें बढीं

नई दिल्‍ली। क्रिकेट अनिश्चित्ताओं का खेल है पहले तो टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करने इंग्लैड के ओवल के मैदान पर उतरी भारतीय टीम की शुरूआत ठोस और मजबूत रही हांलाकि रोहित शर्मा के बेहतरी खेल और ठोस बल्लेबाजी से जो आधार मिला उस पर विराट तो कुछ ना कर सके लेकिन धवन, युवराज और धोनी ने जमकर खेलते हुए। एक आतिशी स्कोर खड़ा कर दिया था। भारतीय पारी 321 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा करने में सफल रही थी। लेकिन जबाब में उतरी श्री लंका ने 322 रनों का लक्ष्य 48 ओर 4 गेंदों में हासिल कर लिया..

इस दौरान भारत की ओर से शिखर धवन ने 125, रोहित शर्मा ने 78 और महेन्द्र सिंह धोनी ने 63 रन की पारी खेली थी। इस दौरान टीम इंडिया ने निर्धारित 50 ओवरों में अपनी मजबूत ठोस शुरूआत के बदौलत श्री लंका के सामने 321 रनों का बड़ा और विशाल लक्ष्य रख दिया था। ये लक्ष्य भारत ने 6 विकेट खो कर पा लिया था। भारत की तरफ से शिखर धवन ने 15 चौके और 1 छक्के की मदद से 128 गेंदों का सामना करते हुए 125 रन बना शतकीय पारी खेली थी। इसके अलावा पहले विकेट की साझेदारी करने उतरे रोहित शर्मा ने भी 79 गेंदों में 78 रनों की लाजबाज पारी खेल कर एक ठोस शुरूआत दी थी। जिसको बेहतरीन पड़ाव पर महेन्द्र सिंह धोनी की 52 गेंदों पर 63 रन की पारी ने पहुंचा दिया था।

वहीं लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्री लंका की टीम की शुरूआत बेहतर नहीं रही । भारतीय गेंदबाजी के सामने श्रीलंकाई चीते बेबस साबित हो रहे थे । 10 ओवरों में श्रीलंका का स्कोर 44 रन ही था। इसके बाद श्री लंका के विकेटों का पतन भी हुआ एक के बाद एक लगातार विकेट भी गिरे लेकिन कुसल मेंडिस की बेहतरीन 89 रनों की पारी और दनुष्का गुनातिलका के 76 रन के दमदार खेल के साथ श्री लंका को मैच में खड़ा कर दिया । जिसके बाद एंजेलो मैथ्यूज ने 52 रनों की नाबाद पारी खेल श्री लंका के पाले में 48.4 ओवरों में जीत को गिरा दिया।

भारत की ये हार सेमीफाइनल में भारत के सफर को मुश्किल में डाल सकती है। अब भारत के लिए एक बार फिर करो या मरो जैसी स्थिति आ खड़ी हुई है। अब भारत को हर हाल में सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए दक्षिण अफ्रीका को आने वाले अगले में में करारी मात देनी होगी। अगर रिकॉर्ड पर नजर डालें तो विश्व कप से जुड़े फार्मेट में भारत दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए मैचों में दक्षिण अफ्रीका का पलड़ा ज्यादा भारी रहा है। अब भारत को अगर जीत हासिल करनी है तो करो या मरो की नीति अपनाते हुए दक्षिण अफ्रीका को मात दे सेमी फाइनल का सफर तय करना होगा।