9 साल में नहीं साबित कर पाया अपने आपको जिन्दा

  • परिचितों ने 2007 में फर्जी तरीके से मृत घोषित कर बेच दी थी उसकी 6 एकड़ जमीन

अम्बिकापुर (दीपक सराठे)

एक वृद्ध अपने को जिन्दा साबित करने पिछले 9 साल से भटक रहा है। 9 साल पहले 2007 में उसके रिश्तेदार व परिचितों ने जमीन की लालच में ग्राम सभा में प्रस्ताव रखकर उसे मृत घोषित कर दिया था और उक्त वृद्ध की पत्नी, बेटी व दो बेटे होने के बाद भी उसका कोई भी वारिश नहीं होने का प्रस्ताव सरपंच द्वारा पास कर दिया गया था। जमीन की लालच के इस खेल में परिचितों व परिजनों ने मिलकर उसकी साढ़े 6 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री भी कर दी। पिछले 9 साल से उक्त वृद्ध अपने आप को जिन्दा तक साबित नहीं कर पाया है। सप्ताह भर पूर्व उसने इस संबंध में सरगुजा एसपी को एक ज्ञापन सौंपा था। एसपी ने मामले में जांच के आदेश कोतवाली को दिये हैं।

इस अजीबोगरीब व जमीन की हेराफेरी के मामले में पूरी जानकारी लेने पर पता चला कि दरिमा थाना अंतर्गत ग्राम कतकालो निवासी साविक राम आत्मज स्व. राम खेलावन राजवाड़े उम्र 60 वर्ष की जमीन लालमाटी ग्राम पंचायत में साढ़े 6 एकड़ के क्षेत्र में फैली थी। साविक राम की पत्नी चम्पी बाई, बड़ा पुत्र शिव राम राजवाड़े, छोटा पुत्र विद्याचरण व बेटी मंगलेश अभी भी जिन्दा हैं। 2006 में लालमाटी मेें रहने वाले उसके कुछ रिश्तेदार व परिचितों ने सरपंच व पटवारी से मिलकर उसकी जमीन हड़पने का षडयंत्र रचा। लालमाटी ग्राम पंचायत में एक ग्राम सभा बुलाकर उसके रिश्तेदारों ने एक प्रस्ताव रखकर साविक राम को न सिर्फ मृत घोषित कर दिया, बल्कि नक्शे, खसरे से उसका नाम भी हटा दिया गया। यही नहीं उसकी पत्नी सहित उसके बेटे व बेटी होने के बाद भी उसका कोई वारिश नहीं होने की जानकारी ग्राम सभा में पारित कर दी गई। इस पूरे खेल के बाद लालमाटी स्थित उसकी 6 एकड़ की जमीन नगर के सुनील अग्रवाल के नाम रजिस्ट्री भी कर दी गई।  उक्त मामले की खबर कई वर्ष पहले कुछ समाचार पत्रो मे प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। उस वक्त से आज तक वृद्ध अपने आप को जिन्दा साबित नहीं कर सका है। कई दफ्तरों के चक्कर काटने के बाद एक बार पुनरू उसने सरगुजा एसपी को ज्ञापन सौंप यह बताया है कि वह अभी तक जिन्दा है। मामले में एसपी ने जांच के आदेश कोतवाली को दिये हैं। कोतवाली ने जांच आरंभ कर लोगों का बयान दर्ज करना प्रारंभ कर दिया।