1982 मे ऐसे ही एक सम्मेलन मे दूर खडा था .. आज विश्व की सबसे बडी पार्टी का अध्यक्ष हूं: अमित शाह..

अम्बिकापुर..देेेश के पांच राज्यो में होने वाले विधानसभा चुनावों में से छत्तीसगढ भी एक ऐसा राज्य है जहाँ दो चरणों मे मतदान होंगे..इसके साथ राजनैतिक दलों के नेताओ की चुनावी कसरत भी शुरू हो गई है..वही आज पहली बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आज बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने अम्बिकापुर पहुँचे थे.. उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ अनिल जैन, सीएम डां रमन सिंह , केन्द्रीय मंत्री विष्णु देव साय, राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम और प्रदेश अध्यक्ष धर्मलाल कौशिक मंच पर मौजूद थे.

दरसल प्रदेश मे लगातार 15 वर्षो से सत्तासीन भाजपा इस बार फिर से सूबे की सत्ता में काबिज होने का सपना देख रही है..भाजपा इस चुनाव में मिशन 65 को लक्ष्य मानकर चल रही है..जिसके लिए आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पार्टी के बूथ लेवल के लगभग 35 हजार कार्यकर्ताओ को सम्बोधित करने कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुँचे थे.. और स्थानीय कला केन्द्र मैदान मे बने विशाल टेंट मे अपने सम्बोधन के दौरान उन्होंने कहा की सभी पार्टी अपने अपने तरीके से चुनाव जीतती है .. लेकिन मै भाजपा के कार्यकर्ताओ को गौरव के साथ बताना चाहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी किसी नेता ,सांसद,मंत्री,विधायक के दम पर चुनाव नही जीतती है .. बल्कि बूथ स्तर के कार्यकर्ताओ के दम पर चुनाव जीतती है. बूथ लेबल का कार्यकर्ता भाजपा की जान है और उसी के दम पर भाजपा चुनाव जीतती है..

1982 मै भी दूर खडा था..

अमित शाह ने सम्मेलन मे मौजूद कार्यकर्ताओ मे उर्जा लाने की नीयत से अपने जीवन का अनुभव साझा करते हुए कहा की “1982 मे अहमदाबाद के एक ऐसे ही सम्मेलन मे 293 नंबर के बूथ का अध्यक्ष होने के नाते मै भी कही कोने पर खडा था. और आज भाजपा की महानता देखिए कि दूर खडा बूथ लेबल का कार्यकर्ता बैनर लगाने वाला कार्यकर्ता आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का अध्यक्ष बन गया ”  भाजपा ही ऐसी पार्टी है जो एक चाय बेंचने वाले को देश का प्रधानमंत्री बना सकती है. और एक गरीब और छोटे कार्यकर्ता को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष!

अमित शाह ने लोकसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा की…साल 2019 के अंदर देश मे फिर से एक बार फिर आम चुनाव आने वाले है. जिसके लिए कांग्रेस पार्टी ताल ठोक कर खडी है एक महागटबंधन बना कर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहती है.. मै इस बात की दात देता हूं.और अच्छी बात की दात देना भी चाहिए.. उन्होंने कहा की मेरी समझ मे नही आता कि राहुल बाबा को छत्तीसगढ़ मे किसके नेतृत्व में लड़ने जा रहे है..और किसके नेतृत्व में सरकार बनाने जा रहे है.. मै राहुल बाबा को चैंलेंज करना चाहता हू कि राहुल बाबा बता दो कि आप किसके नेतृत्व पर सरकार बनाना चाहते हो. हम तो डां रमन सिंह के नेतृ्त्व मे चुनाव लडने जा रहे है .रमन सिंह सीएम जरुर बनेगें लेकिन हम उनको गरीबो के कल्याण के लिए सीएम बनना चाहते है. क्योकि छत्तीसगढ मे गरीबो के लिए जो काम किया है वो किसी भी प्रदेश मे नही किया गया है. जब केन्द्र मे भाजपा की सरकार बनी और अटल जी पीएम बने तो उन्होने छत्तीसगढ को अलग राज्य बनाकर यहां के विकास की कल्पना की . उसके बाद छग मे तीन साल कांग्रेस की सरकार रही . जोगी जी सीएम बने लोगो की हड्डी तोडवाए लेकिन गरीबो के लिए कोई काम नही किया.नक्सलवादियों के डर से लोग कांपते थे. और फिर जब चुनाव आया तो भाजपा ने रमन सिंह को मुख्यमंत्री बनाने के बारे मे सोंचा औऱ वो बने तो प्रदेश मे जो नक्सलवादियो का जो शासन चलता था वो रमन सिंह ने उखाड के फेंक दिया. वो भी केवल गोली के दम पर नही बल्कि आदिवासियो के बेहतरी का काम करके..

कार्यकर्ता सम्मेलन में अमित शाह ने आगे कहा अम्बिकापुर पिछडा इलाका माना जाता है.. अभी देश का स्वच्छता सर्वेक्षण हुआ तो अम्बिकापुर को स्वच्छता मे पहला पुरष्कार मिला ..ये पिछडा पन को मिटाने का काम रमन सिंह ने किया है, रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ को पावर हब , एजुकेशन हब, एग्रीक्ल्चर हब बनाया है… अभी अभी मोदी जी ने देश भर के किसानो के साथ न्याय करने का काम किया..

राहुल पर अमित शाह का हमला..

शाह ने सम्मेलन मे, कहा कि हम आदिवासियो के लिए विकास लेकर आए है हम उनके लिए चावल , रोजगार , गैस सिलेण्डर , चरण पादुका, समर्थन मूल्य लेकर आए हैं. राहुल बाबा तुम जितना भी करो छत्तीसगढ मे तुम्हारी दाल नहीं गलने वाली है. इसके अलावा कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर एक बार फिर कडा हमला करते, हुए शाह ने उनसे सवाल पूंछा कि राहुल बाबा आप छत्तीसगढ़ मे, महिलाओं को अपमानित कराने वाले प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व मे चुनाव लडोगे क्या?

उपस्थित कार्यकर्ताओ से कहा 

मुझे बताओ हर गांव , गली, शहर मे भाजपा का कार्यकर्ता जाएगा कि नही , विकास का संदेश , मोदी जी का संदेष , रमन सिहं का संदेश , कमल का फूल खिलाएंगे तो मेरे साथ दोनो हाथ बुलाए तो विजय के संकल्प की मुट्ठी उपर उठाकर बोलिए भारत माता की जय बोलिए. वंदे मारतम्..