12 महीनो से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर राधा बाई…न घर है न कोई सहारा…

संजय यादव
जांजगीर चांपा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दावा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2022 तक देश में कोई भी बेघर नहीं रहेगा, सभी को घर मुहैया करवा दिया जाएगा, लेकिन उनके इस दावे का भ्रष्ट अधिकारी मजाक उड़वाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, जिला मुख्यालय मेें एक भ्रष्ट सिस्टम की पोल एक 75 साल की गरीब महिला की कहानी ने पोल खोल दी है।

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जिला मुख्यालय के वार्ड नंबर 16 डबरी पारा में राधाबाई बिना घर के 12 महीनो से गर्मी ,बरसात मौसम में खुले आसमान रह कर गुजर बसर करने को मजबूर है। राधाबाई के पास न तो घर है,नही खाने व सोने की जगह,बेहर अपना दिन बिता रही है। राधाबाई की उम्र 75 वर्ष की हैं। पति के गुजर जाने के बाद अपने 3 बेटो के साथ कुछ दिन चांपा मे रहती थी । लेकिन समय बीतने के बाद उनके बेटो ने उन्हें घर से बेघर कर दिया। बाद मे इधर उधर भटकते जांजगीर में वार्ड नंबर 16 डबरीपारा मे एक घर के किनारे खुले आसमान मे नीचे रह कर अपनी जिदंगी जी रही है। भरे बरसात में बीना छत के वह अपना गुजारा ऐसी ही करती है। साल भर से गर्मी हो या भरे बरसात अपने एक बेटे के साथ रहती है। गुजारा के लिए उन्हे वृधा पेंशन 200 रूपये मिलता हैं। राधाबाई बताती है कि वह यहां 1 साल से रह रही है। गर्मी हो या बरसात ऐसा ही गुजारा करती है। बारीश के मौसम मे वह किसी तरह अपने आप को बचा कर ऐसा ही गुजार बसर कर रही है। बारीश होती हैं तो चुल्हा नही जला पाते, भुखे सोते है। उसके पास सिर छुपाने की जगह भी नहीं रही है। राधाबाई के साथ उनका एक बेटा है जो इधर उधर किसी तरह मजदूरी का काम करता है जिससे खाने पीने का समान लाकर अपना पेट भरते है।