वीडियो : इस मेडिकल कालेज अस्पताल मे दवा से नही झाडफूंक से ठीक होते है मरीज

अम्बिकापुर आधुनिकता की चकाचौंध मे नहाए इस युग मे भी अंध्विश्वास जिंदा है… और इसके चंगुल मे वही ग्रामीण फंसे है जिन तक या तो आधुनिक शिक्षा पहुंची नही या फिर पहुंचने नही दी गई…  ऐसा ही अंधविश्वास का खेल आदिवासी बाहुल्य सरगुजा जिले के अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज मे नजर आय़ा है…  दरअसल अम्बिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वार्ड मे घंटों तक झाड़फूंक का दौर चलता रहा और स्टाफ से लेकर प्रबंधन आंखो मे पट्टी बांधे इसे अनदेखा करता रहा….
अम्बिकापुर जिला अस्पताल मे दोपहर होने से पहले एक पूरुण मेडिकल कालेज अस्पताल के सर्जिकल वार्ड नंबर तीन पर पहुंचा और अपने आप ऐसा बाबा बताने लगा .. जिसके आते ही कथित भूत परेत सब भाग जाते है… जानकारी के मुताबिक जिले के बतौली क्षेत्र का रहने वाला एक जवान युवक जिसका नाम शिवकुमार है वो पैंट शर्ट पहने वार्ड के भीतर आय़ा.. जो उसी गांव मे रहने वाले बीरमोहन नाम के उस शख्स को झाड फूंक करने आय़ा … जो आम तोडते समय पेड से गिर गया और बेहोश हो गया था… हालाकि परिजनो मे उसे बेहोशी की हालत मे मेडिकल कालेज अस्पताल मे भर्ती कराया… लेकिन उसके बाद आज झाड फूंक करने पहुंचे शर्ट पैंट वाले बाबा ने ये दावा किया कि वह एक बार अगर किसी को भी झाड़ फूंक कर दे तो वह चाहे किसी भी बीमारी से पीड़ित हो वह ठीक हो जाता है…. और जिस शख्स का वो झाड फूंक से ठीक करने आय़ा है उसके अंदर किसी भूत परेत का साया है और वो उसे एक फूंक से उडा कर उसको ठीक कर देगा…. और उसने मेडिकल कालेज के वार्ड मे स्टाफ और बांकी बिमारो के साथ कई घंटे तक झाड फूंक की … इतना ही नही उसके बाद तो वार्ड मे बिमार पडे अन्य लोगो का झांड फूंक करने लगा…
अजीब सी हरकत कर रहा था बाबा
अपने गांव के एक युवक को झाड फूंक के दम पर ठीक करने वाला बाबा झाड फूंक के दौरान अजीब अजीब सी हरकत कर रहा था.. कभी वो स्कूल की पीटी जैसे वर्क आउट कर रहा था.. कभी वो जमीन पर लेट कर जमीन को पीट रहा था.. तो कभी वो मरीज के ऊपर पानी छींट कर उसके परिजनो का सिर जमीन पर झुकवा रहा था… कुल मिलाकर झांड फूंक का ये मजाकिया खेल तकरीबन एक से डेढ घंटे तक चलती रही और लोग तमाशा देखते रहे ….
प्रबंधन बना रहा अंजान
अपने मनमाने रवैये के लिए चर्चित अम्बिकापुर मेेडिकल कालेज प्रबंधन का काम काज किसी से छुपा नही है.. कभी यहां आने वाले मरीज को डाक्टरो की गौरमौजूदगी के कारण बिना इलाज कराए लौटना पडता है.. तो कभी संभव इलाज वाली बिमारी के लिए उनको हायर सेंटर मे रिफर कर दिया जाता है.. इस मामले मे भी प्रबंधन का रवैया कुछ ऐसा ही नजर आया .. और जब हम अस्पताल के अधीक्षक डॉ व्ही के श्रीवास्तव से झाडफूंक के विषय मे पूंछने गए तो उन्होने कहा कि उनके अस्पताल मे ऐसा कुछ नही हो रहा था और मेडिकल साईंस इस तरह झाड फूंक को नही मानता है…..
 
नीचे देखिए झाड फूंक का वीडियो…