विधायक चिन्तामणी की नसीहत रास नही आयी पत्रकारों को..तो कर दिया वॉकआउट.. अलंकरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे विधायक…पढ़िए पूरी खबर!..

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस पर 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया.. इस दौरान शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया. वही मुख्य अतिथि के एक उदाहरण के बाद कार्यक्रम में मौजूद पत्रकार वॉक आऊट करने लगे और देखते ही देखते पत्रकार दीर्घा खाली ही हो गया..

दरअसल जिले के पुराने जिला पंचायत परिसर में शिक्षक दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था..जिसमे कलेक्टर समेत प्रशासनिक अमला व शिक्षा जगत से जुड़े लोग मौजूद थे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में सामरी विधायक चिन्तामणी महाराज पहुँचे थे..उन्होंने शिक्षकों को सम्मानित भी किया और उनकी बातें भी सुनी..मगर जब वे कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे..तो उन्होंने एक उदाहरण स्वरूप बात कही थी..जो मौके पर मौजूद पत्रकारों को नागवार गुजरी और वे कार्यक्रम स्थल से रवाना होते दिखे..जिन्हें बाद में मना लिया गया..

बता दे कि विधायक चिन्तामणी महाराज ने किसी बात के उदाहरण में कहा था..की दो भाइयों की आपस की लड़ाई में पत्रकार आड़े आ जाते है..और जिन्हें जनहित के मुद्दों को लेकर सतर्क और अग्रसर होना चाहिए वे एक घर की लड़ाई की ही खबर बनाने में अपना समय गवां देते है..

बहरहाल सत्ता पक्ष के विधायक ने मंच से जो कुछ भी कहा उसके बाद पत्रकार बिरादरी को भी उन्होंने मनाया..उनका कहना था..की उन्होंने किसी को ठेस पहुचाने की बाते नही कही बल्कि वे एक उदाहरण दे रहे है..क्योंकि पत्रकारों का काम भी किसी शिक्षक से कम नही होता..लेकिन कुछ पत्रकार गलत फहमी के शिकार हो गये थे…