मैनपाट से नाबालिक बच्चियों की तस्करी का मामला..चार दिन में नहीं दर्ज हुई रिपोर्ट

अम्बिकापुर

 

मैनपाट के ग्राम नर्मदापुर विकासखण्ड मुख्यालय से चार आदिवासी नाबालिक बालिकाओ को दिल्ली ले जाकर बेचे जाने का संदेह परिजनों ने पुलिस से जताया है। मैनपाट पूर्व से बच्चियों को बेचे जाने की घटनाओ से सुर्ख़ियो मे रहा है। ताजा मामला यह है की ग्राम की उमा, फुलसुन्दरी, सुनीता ,राजकुमारी जो सभी 14 वर्ष से 17 वर्ष की है। इन्हें ग्राम मलतीपुर के विनोद द्वारा दिल्ली ले जाकर बेचने का आरोप लगा है। मामले की शिकायत बालिकाओ के पालकों ने 20 तारीख को कमलेश्वेरपुर थाने मे की थी। पालक व सरपंच गणेस नाग ने आज ग्राम माँलतीपुर से आरोपी को पकड़ थाने के सुपुर्द किया है लेकिन पुलिस ने अब तक मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू नहीं की है। बच्चियों को काम का लालच देकर दिल्ली जे जाने और वहा ले जाकर उन्हें बेचे जाने के संदेह पर परिजनों ने बीस अप्रैल को ही कमलेश्वर पुर थाने में शिकायत दी थी लेकिन ऐसे संवेदनशील मामले में भी पुलिस चार दिन बीत जाने के बाद भी आठ पर हाथ धरे बैठी रही जब परिजनों ने गाँव के सरपंच के साथ मिलकर मामले के एक सूत्र को खुद थाने पहुचाया और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे तब जाकर पुलिस अब मामला दर्ज कर जांच करने की बात कर रही है।

 

आर.सी.निषाद थाना प्रभारी कम्लेश्वरपुर

इस सम्बन्ध में कम्लेश्वरपुर थाना प्रभारी आर सी निषाद ने बताया की लडकियो से फोन पर बात होने पर स्पष्ट हो सका है की विनोद उराँव ने ही इन्हें दिल्ली भेजा है..आज मामला दर्ज कर जांच शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया की लडकियों को काम का झासा देकर दिल्ली भेजने की बात सामने आई है लेकिन उन्हें बेचा गया है या नहीं ये तो लडकियों के बयान के बाद ही स्पस्ट हो सकेगा।