मतपत्रों की हालत देख एसडीएम रह गए दंग.. मतगणना स्थगित

 

जांजगीर-चांपा संजय यादव – जैजैपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत गाड़ामोर में सरपंच पद पर हुए चुनाव को लेकर एसडीएम न्यायालय में मामला लंबित है। आज सुबह 11 बजे पुनः मतगणना होनी थी, लेकिन जब मतपत्र को न्यायालय लाया गया तो वह सीलबंद नहीं था। दिलचस्प बात यह है कि उसे बोरी भरकर बाइक के जरिए असुरक्षित तरीके से सक्ती लाया गया। यह नजारा देख एसडीएम भी दंग रह गए। उन्होने मतगणना स्थगित कर जिला निर्वाचन से मार्गदर्शन लेने की बात कही है।

आपकों बता दें कि ग्राम पंचायत गाड़ामोर से सरपंच पद के लिए राजू भारद्वाज एवं हीराराम लहरे ने 28 जनवरी 2015 में चुनाव लड़ा था। इसमें पीठासीन अधिकारी ने 31 वोट से हीरा लहरे को सरपंच पद के लिए विजयी घोषित किया। इस पर आपत्ति जताते हुए राजू भारद्वाज ने सक्ती एसडीएम प्रकरण दर्ज कराया था।

आज सुबह 11 बजे पुनः मतगणना होनी थी। इधर, जानकारी के अनुसार जैजैपुर जनपद से मतदान पत्र के लिफाफे को सुरक्षित लाने के बजाए मोटरसाइकिल से सक्ती कार्यलय पहुचाया गया। जिस समय लिफाफे को खोलना प्रारम्भ किया गया तो लिफाफा सीलबंद नहीं था। कुछ वकीलों ने पीठासीन अधिकारी के समक्ष लिफाफा खोलने की बात रखी, लेकिन एसडीएम ने किसी की एक न सुनी।

आखिर में पंचायतराज अधिनियम का अध्ययन तथा निर्वाचन आयोग से मार्गदर्शन लेने के बाद पुनः मतगणना नहीं की गई।’मतगणना के लिफाफे सीलबंद नहीं होने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। जानकारी के अनुसार पंचायत चुनाव में जितने भी मतगणना हुए है वह पंचायत स्पेक्टर की देखभाल में रहता है। कोई प्रत्याशी जीतने का दावा कर न्यायालय में प्रकरण लगाता है और न्यायालय के आदेश् पर पुनः मतगणना संबंधी आदेश जारी होता है तो सुरक्षित मतपेटी न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रावधान है लेकिन यहां नियम विरुद्ध निर्वाचन आयोग की धज्जियां उड़ाई गई। प्रत्याशियांे में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर चलता रहा।

न्यायालय में ही वे एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे। लगातार तीन सालों से न्यायालय का चक्कर काटने के बाद फैसले के समय मामले ने नया मोड़ ले लिया। मतगणना पत्र न्यायालय ले जाने को लेकर लोग तरह-तरह की बात करने लगे। लोगों का कहना था कि जैजैपुर से सक्ती न्यायालय तक जो बंद लिफाफा लाया गया था वह बंद पेटी में नही था, बल्कि एक बोरी में था। वह भी बिना सील पैक के है। इसमें सीताराम डनसेना एवं टीकाराम नायक द्वारा मोटरसाइकिल से असुरक्षित तरीके से लाया गया है।

इंद्रजीत बर्मन, एसडीएम सक्ती

“मतपत्र लिफाफा बंद होना चाहिए, लेकिन लाए गए लिफाफे बंद नहीं थे। पंचायतीराज अधिनियम के मुताबिक मतगणना को स्थगित कर दी गई। वहीं मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी से मार्गदर्शन लिया जाएगा। दोषी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।”