ब्रेकिंग…आखिर क्यो फाँसी के फंदे में झूल गए प्रेमी प्रेमीका, प्रेमी की मौत, प्रेमिका हॉस्पिटल में….

जांजगीर-चांपा। शिवरीनारायण थानांतर्गत ग्राम कुटीपारा खरौदनगर में प्रेमी जोड़े ने मंगलवार की सुबह खुदकुशी का प्रयास किया। प्रेमी की मौत हो गई वहीं प्रेमिका की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे खरौद के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रेमिका नाबालिग है और वह अपने प्रेमी को खुदकुशी की राह अपनाने के लिए हमेशा मना करती रही। लेकिन प्रेमी उसे इसी राह को आसान बता रहा था। दोनों आपस में लंबे समय से प्रेम करते थे और शादी भी करना चाहते थे, लेकिन लड़की नाबालिग होने के कारण प्रेम विवाह में कानूनी अड़चने आ रही थी। आखिरकार दोनों ने यह कदम उठा लिया। फिलहाल पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। 
शिवरीनारायण थाना प्रभारी अजय शंकर त्रिपाठी के मुताबिक कुटीपारा खरौद निवासी बनवारी लाल आदित्य पिता रतन लाल (२५) अपने गांव की नाबालिग लड़की से काफी दिनों से प्रेम करता था। दोनों के प्रेम प्रसंग की चर्चा गांव में आम हो चुकी थी। बनवारी को लड़की के परिजनों ने ऐसा करने से मना भी किया था, लेकिन दोनों का प्रेम प्रसंग थमने के बजाय उल्टे परमान चढ़ रहा था। जिसे लेकर लड़की के परिजन परेशान थे। कई बार लड़की के परिजनों ने लड़के की पिटाई भी कर चुके हैं। जिससे क्षुब्ध होकर दोनों भागकर शादी करना चाहते थे, लेकिन लड़की अपने प्रेमी को ऐसा करने से मना करती थी।  वहीं प्रेमी युवक की बात की चिंता थी कि यदि भागकर शादी करेंगे तो बाद में कानूनी हड़चने आएगी और उसे नाबालिग के अपहरण के आरोप में जेल भी जाना पड़ सकता है। आखिरकार दोनों खुदकुशी की राह अपनाने की योजना बना डाले। तयशुदा प्लानिंग के मुताबिक प्रेमी बनवारी लाल मंगलवार को नाबालिग प्रेमिका को अपने घर में बुलाया और दोनों फांसी के फंदे में झूल रहे थे। प्रेमी पहले फांसी पर चढ़ गया और उसकी मौत भी हो गई। वहीं प्रेमिका फांसी लगने से घबरा गई और चीखना शुरू कर दी। आसपास के लोग चीख पुकार को सुनकर मौके पर पहुंचे और नाबालिग को फांसी लगने से बचा लिया। युवती बेसुध थी और सदमे में थी। उसे गंभीर अवस्था में परिजनों ने खरौद के अस्पताल में भर्ती कराया है। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। फिलहाल युवक का पंचनामा तैयार कर फांसी से उतारा और मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया है। घटना के बाद गांव में शोक की लहर है।