बैलगाड़ी में सवार होकर कांग्रेसजन तहसील घेराव करने पहुंचे …..सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी ….

किसान सहित सभी वर्गों के ऊपर छलावा कर रही केन्द्र व राज्य सरकार-
जांजगीर-चांपा। केन्द्र व राज्य में शासित एनडीए भाजपा सरकार किसानों सहित सभी वर्गों के ऊपर छलावा कर रही है। इसका ज्वलंत उदाहरण फसल की लागत केे ऊपर डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की बात भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में उल्लेखित कर किया था। जिसके तहत छत्तीसगढ़ के किसानों का धान 21 सौ रूपए प्रति क्विंटल व 3 सौ रूपए बोनस के साथ प्रति वर्ष खरीदी करने की बात कही गई थी, किन्तु इस वादे को जुमला बताकर आज छत्तीसगढ़ सरकार व साथ में केन्द्र सरकार मुकर रही है। इसी तरह फसल बीमा के नाम पर अपनी विदेशी चहेते कंपनियों के द्वारा सीधे रूप से किसानों के जेब में डाका डाला जा रहा है। जिसका उदाहरण यह है 2016-17 में हमारे जिले के किसानों द्वारा 10.5 करोड़ रूपए फसल बीमा के नाम पर उगाही की गई थी, जिसके एवज में किसानों को कुछ लाख रूपए ही मुआवजा दिया गया। बाकि पैसा सरकार में बैठे आला मंत्रियों के जेब में चला गया, उक्त भाषण दिनेश शर्मा अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी ने कही। तत्पश्चात अपने उद्बोधन में जांजगीर-चांपा विधायक  मोतीलाल देवांगन ने कहा कि जब से जीएसटी लागू हुआ है व्यापारियों का धंधा व्यवसाय चौपट हो गया है। जिनका व्यापार अच्छी तरीके  से चल  रहा था वे आज बेरोजगार होकर सडक़ पर आ गये है। लोगों के ऊपर महंगाई की मार पड़ रही है, कुछ कंपनियां दिन दुगनी रात चौगनी तरक्की कर रहे है। इसी कड़ी में अंबानी एवं अडानी बंधु 2014 के बाद आज प्राय: भारत के सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों के परियोजनाओं में एकाधिकार बनाते हुये कब्जा किये हुये है। धरना प्रदर्शन में आगे सभा को रामकिंकर शुक्ला, नारायण सोनी, ज्योति किशन कश्यप ने संबोधित किया। संचालन गोविन्द देवांगन ने किया व आभार गोविन्द केशरवानी ने किया। तत्पश्चात बैलगाड़ी में सवार होकर कांग्रेसजन तहसील घेराव करने पहुंचे और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। कार्यक्रम में मुख्य रूप से संतोष साहू, शत्रुहनदास महंत, भुनेश्वर साहू, चिंताराम कश्यप, गोविन्द कश्यप, ठाकुर केके सिंह, अशोक रात्रे, भुनेश्वर केशरवानी, भूपेन्द्र साहू, अजीज खान, मूलचंद श्रीवास, रामगोपाल राठौर सिवनी, राजेन्द्र यादव शिवरीनारायण, दिनेश पाण्डेय भड़ेसर, रोहित यादव धाराशिव, रामनिवास पाण्डेय, अनिल सिंह अवरीद,  जोधिश चंद्रा बरगांव, राजू खान खरताल, राधे केशरवानी केरा सहित बड़ी संख्या में मौजूद रहे।