नही थम रहा जंगल के राजा की मौत का सिलसिला.. 15 दिन में 2 बाघ 1 तेंदुए की मौत… 

शहड़ोल (अजय) भारत में तमाम कोशिशों के बावजूद बाघों की मौत के मामलों पर अंकुश नहीं लगाया जा सका है।  बाघों के मौत के आंकड़े आये दिन बढ़ते ही जा रहे है ।  ऐसा ही मध्य प्रदेश के  वन व्रत क्षेत्र शहडोल संभाग के घुनघुटी रेंज के धौरई बीट के घघडार के जंगल मे देखने को मिला.. यहाँ एक नर बाघ की मौत का मामला सामने आया है। जिससे वन विभाग में खलबली मच गई है। आपको बता दे की 15 दिन के भीतर  बाघ के मौत की यह दूसरी घटना है। तो वही दिनों पिछले एक तेंदुए का शिकार भी हुआ था।  लगातार बढ़ रही  मौत की घटनाओं से पशुप्रेमियों ने गहरी चिंता व्यक्त की है।
यह है मामला 
शहडोल संभाग के उमरिया जिला अंतर्गत बांधवगढ़ नेशनल पार्क है  । जिसके चलते आये दिन जंगली जानवरों की मौजूदगी देखी गई है । इसी प्रकार वन व्रत क्षेत्र शहडोल संभाग के घुनघुटी रेंज के चौरई बीट के घघडार जंगल के कपर्टमेंट नं RF -209 मे  एक नर बाघ की मौत का मामला सामने आया है । प्रथम द्रष्टया में करेंट लगने से बाघ की मौत प्रतीत होता है ।
बताया जा रहा है की  वयस्क नर बाघ मृत अवस्था मे  पड़ा मिला । जिसकी सूचना मिलते ही वन अमला मौके पर पहुच मृत बाघ का परीक्षण करा मृत बाघ को पोस्टमार्टम के लिये ले जाया गया  जहा पोस्टमार्टम के बाद नियमानुसार उसका अंतिम संस्कार किया जायेगा । वही इस घटना की कव्हरेज करने गए पत्रकारों से क्षेत्र के DFO वाशु कन्नौजिया द्वारा अभद्र व्यवहार करते हुए मामले को दबाने का प्रयास कर कव्हरेज करने से रोका गया ।
15 दिन के भीतर 1 तेंदुआ,2 बाघ की मौत 
 शासनक प्रशासन के लाख कोसिस के बाबजूद वन्य प्राणियों की मौत का सिलसिला थमने का नाम ही नही ले रहा ।  जिला मुख्यालय से लगे  कल्याणपुर में 25 नवम्बर को  एक नर बाघ की मौत की गुत्थी सुलझ पाई थी की जिले के गोहपारू वन परिक्षेत्र के सेमरा में 29 नबम्बर को नर व्यस्क तेंदुए को गोली मारकर शिकार का   मामला सामने आया था । 5 दिन भी नही बीत पाया एक और बाघ की मौत से का मामला सामने आया है जिसमे बाघ की करेंट से शिकार केव आशंका व्यक्त की जा रही है ।
वन विभाग की लपरवाही का नतीजा 
अकेले शहड़ोल संभाग की बात करे तो लगातार के ऐसी घटाए सामने आई है जिसमे आए वन्य प्राणिय या तो किसी दुर्घटना में मौत हुई है या फिर शिकारी की भेंट चढ़ चुके है । अब देखना यह दिलचस्प होगा की इस तरह से जंगल के राजा के साथ साथ विलुप्त हो रहे तेंदुए की मौत का खुलासा होगा या फिर यह भी रहस्य बनकर वन विभाग के कागजो में दफन हो जाएगा?