ढोढी का पानी फिर बना मौत की वजह

  • छतरंग में उल्टी दस्त एवं बुखार से फिर एक बच्ची की मौत
  • एक महिला एवं एक बच्ची की पहले हो चुकी है मौत
  • प्रशासनिक अमले ने किया छतरंग क्षेत्र का दौरा

कोरिया

सोनहत से राजन पाण्डेय –  छतरंग क्षेत्र में उल्टी दस्त एवं बुखार का प्रकोप अभी शांत नही हुआ है मिली जानकारी अनुसार मंगलवार की रात 2 बजे के आस पास छतरंग पंचायत के बनगवां ग्राम में 6 वर्षीय बच्ची सीताकुवर की उल्टी दस्त एवं बुखार से मौत हो गई है। हलाकी बुधवार को सुरजपुर के प्रशासनिक अमले ने छतरंग क्षेत्र का दौरा किया और और ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी हालात को पूरी तरह काबू में बताया लेकिन फिर भी दो के बाद तीसरी मौत ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है। इस संबंध में बनगवां निवासी महिला मानमति ने जानकारी देते हुए बताया की उसकी बच्ची सीता कुवर रविवार से उल्टी दस्त से पिड़ित थी जिसके बाद उसे बुखार भी हो गया था। उसने बताया की उसे सब सेंटर छतरंग से कुछ गोली दवाई दिया गया था साथ ही मितानिनों ने भी ओ आर एस का घोल इत्यादी प्रदान किया था लेकिन उसके स्वास्थ्य में ज्यादा सुधार नही हुआ और सोमवार को बुखार और तेज हो गया था इसी दौरान मंगलवार की रात को अचानक उसकी बच्ची की देर रात मौत हो गई । ज्ञात हो की छतरंग पालकेवरा निवासी महिला सोनमति एवं सुशीला के परिवार के भी सोनहत के ग्राम चकडड़ जाते वक्त रास्ते में ही उसके बच्चे की तबीयत उल्टी दस्त के कारण खराब हो गई थी जिसके बाद सोनहत के लोगों के द्वारा एम्बुलेंस बुलवाकर उन्हे अस्पताल में भर्ती करया था और बाजार से दवाईयां भी इलाज के लिए उपलब्ध कराया गया था।

वर्तमान हालात काबू में

विभाग द्वारा कई दिनों से छतरंग में कैंप किया जा रहा है जिससे हालात काफी हद तक काबू में है लेकिन संचार व्यवस्था एवं संसाधनों के आभाव में ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ग्रामीणों का कहना है की विभाग द्वारा कैंप लगाए जाने के बाद सुधार तो जरूर हुआ है लेकिन कैंप खत्म होने के बाद यहां पर कोई इलाज करने आएगा भी या नही इस बात का डर सभी को सता रहा है।

dhodhiढोढी का पानी पीने मजबूर

छतरंग में पेयजल की भारी किल्ल्त है अलग अलग ग्रामों के कई हिस्से अलग अलग ढोढीयों के पानी पर निर्भर है और ढोढी का पानी भी इतना गंदा है की देखने में ही सपष्ट दिखाई दने लगता है । बावजूद इसके पानी की किल्लत के कारण ढोढ़ी का पानी पीना ग्राम वासीयों की मजबूरी बन गया है। लंबी दूरी से सिर पानी ढो कर घर लेजाते बच्चों एव ग्रामीणों को ग्राम स्तर पर देखा जा सकता है। छतरंग क्षेत्र के ग्राम वासीयों ने बताया की लोक सुराज अभियान के दौरान पानी के लिए हैंड पंप एवं सोलर हैंड पंप की मांग किया गया है। इस संबंध में सी एम एच ओ के के ताम्रकार ने बताया की छतरंग में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सतत कैंप किया जा रहा है स्थिती पूरी तरीके से काबू में है एक बच्ची को सोनहत अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसका इलाज किया गया है और जिस बच्ची की मौत हुई है वह मानसिक रूप से सही नही थी घर वालों के द्वारा सही समय पर उसका इलाज नही करया गया इस कारण उसकी मौत हुई है। इसके अतिरिक्त सी एम एच ओ ने बताया की छतरंग में पानी की समस्या जरूर है इसके लिए विभाग स्तर से क्लोरीन को गोलीयां भी बटवाई गई है और इसके उपयोग के लिए ग्रामीणों को आवश्यक समझाईस भी दिया गया है।

वहीं विधायक पारस नाथ राजवाड़े ने मृतक बच्ची के प्रति अपनी संवदेना व्यक्त करते हुए कहा की पहुच विहीन क्षेत्र का हवाला देकर अधिकारी कर्मचारी वहां जाने से कतराते है जिसके कारण इस तरह की स्थिती निर्मित हो जाती है मैंने स्वयं छतरंग का दो बार दौरा किया था और अधिकारीयों से कैंप लागाने चर्चा भी किया था। वर्तमान में स्थिती काबू में है बहुत अच्छी बात है लेकिन विभाग को आगे भी सतत निगरानी रखनी होगी। विधायक ने यह भी कहा की छतरंग क्षेत्र में समय समय पर जन समस्या निवारण शिविर भी लगाए जाने की आवश्यकता है।