झोलाछाप डॉक्टर बने सरगुजा के लिये काल … बेसुध है स्वास्थ महकमा

अम्बिकापुर (दीपक सराठे)

संभागीय मुख्यालय से लेकर जिले के विभिन्न इलाकों में झोलाछाप डॉक्टरों ने सुदूर ग्रामीण इलाकों में अपना व्यवसाय जमाया हुआ है। बिना किसी पंजीयन के नियमों को ठेंगा दिखाकर अपनी क्लीनिक में गंभीर से गंभीर बिमारियों का इलाज कर रहे हैं, मोटे पैसे कमाने के लालच में गरीब तबके के मरीजों की जिंदगी के साथ रोज खिलवाड़ हो रहा है और स्वास्थ्य विभाग कोई ठोस कार्यवाही करने के बजाये इन झोलाछापों को मानों खुली छूट दे रखी है, जिससे इनके हौसले और भी बुलंद होने के साथ-साथ इनकी संख्या में भी इजाफा होता जा रहा है।

निशुल्क दवा और जांच योजनायें चलाकर सरकार मरीजों को राहत पहुंचाने का प्रयास कर रही है लेकिन झोलाछाप डॉक्टरों के आगे यह तमाम योजनाए फेल साबित हो रही हैं। झोलाछाप डॉक्टर खुलेआम घर पर मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज कर रहे हैं। जिन्हें न तो किसी का डर और न भय है। सरगुजा जिले के सीतापुर क्षेत्र में ऐसे दर्जनों केस फिलहाल सामने आये हैं। इसी प्रकार जिले के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों सहित सूरजपुर व बलरामपुर जिले में भी झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है। विगत सप्ताह भर पहले जिला अस्पताल में पहुंचते ही एक मासूम की मौत झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज की परिणिति थी। मासूम की मां ने अस्पताल के सामने रोते-बिलखते पत्रकारों को बताया था कि सूरजपुर क्षेत्र में उसने एक झोलाछाप डॉक्टर से अपने बच्चे का उपचार कराया था। काफी दिनों तक उसके पास उपचार कराने के दौरान बच्चे की हालत और बिगड़ गई। अंततरू उक्त डॉक्टर ने मृत हालत में ही बच्चे को जिला अस्पताल भेज दिया था। झोलाछाप डॉक्टरो की लापरवाही के किस्से सरगुजा के लिये पुराने नहीं है आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप चिकित्सकों का बोलबाला है। ये झोलाछाप डॉक्टर न सिर्फ कई बिमारियों की अनाप-शनाप दवाईयां देते हैं बल्कि जरूरत पडने पर छोटे-मोटे ऑपरेशन का भी दावा करते हैं। आदिवासी बाहुल्य जिले में झोलाछाप डॉक्टरों ने अपना पांव पसार लिया है। गांव-गांव, गली-गली इनकी दुकानें देखी जा सकती है।
पांच क्लीनिक की आई शिकायत-सीएमओ

जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की बढ़ती संख्या के बारे में सीएमओ डॉ. एके जायसवाल से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि आज ही उनके पास सीतापुर क्षेत्र से 5 क्लीनिक की शिकायत आई है, जो बिना पंजीयन के फर्जी रूप से क्लीनिक का संचालन कर रहे हैं। श्री जायसवाल ने बताया कि उनके द्वारा अधिकारियों को निर्देशित कर उक्त क्लीनिक मे कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास जब भी इस प्रकार की शिकायत आती है तब वे तत्काल अधिकारियों को कार्यवाही के निर्देश देते आ रहे हैं।