जहां 13 एकड में फैला था कचरा, वहां अब स्वच्छता की बडी तस्वीर

प्रदेश का यह पहला अद्भुत पार्क होगा, दो मई को सीएम कर सकते हैं उद्घाटन

अम्बिकापुर (दीपक सराठे)

नगर निगम क्षेत्र के अंदर 13 एकड़ की जमीन जहां शहर से निकलने वाले कचड़ों से अटी पड़ी थी, वहीं से अब स्वच्छता की एक बड़ी तस्वीर लोगों के सामने आ सकेगी। जहां कचड़े की बदबू से लोग नाक बंदकर उस मार्ग से आवागमन करते थे, वहीं अब लोग खुली हवा में ना सिर्फ सांस ले सकेंगे, बल्कि उन कचडें के पहाड़ पर बैठकर घंटो आराम का सुखद एहसास कर सकेंगे। सुनने में जरूर अजीब लगता है पर अम्बिकापुर नगर में सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन की सोच व पहल पर कचड़े से अटा वह स्थान सेनेटरी पार्क का रूप ले चुका है। लोग देखकर हैरान जरूर होंगे कि लगभग आधा किलोमीटर कचड़े के पहाड़ में अब हरियाली के अंकुर फूटने लगे हैं। प्रदेश का यह पहला ऐसा पार्क होगा, जहां शहर भर के कचड़े की जगह स्वच्छता का पाठ भी ना सिर्फ लोगों को पढ़ाया जायेगा, बल्कि उसका कई जीवंत रूप भी दिखाया जायेगा। दो मई को इस अद्भूत पार्क का उद्घाटन प्रदेश के मुखिया ड. रमन सिंह द्वारा किये जाने की पूरी संभावना है।
शहर से निकलने वाले बिलासपुर मार्ग में विगत कई वर्षों से नगर का सारा कचड़ा डंप किया जाता है। लगातार वहां कचड़ा डंप किये जाने से 13 एकड़ की जमीन में कचड़ों का पहाड़ बन चुका था। आसपास के रहवासी इलाके में इस कचड़े की बदबू जहां कई संक्रमण का कारण बन चुकी थी, वहीं राजधानी की ओर से आने से शहर में आने वाले आंगतुकों के सामने शहर की अलग ही तस्वीर पहले से ही जेहन में बन जाती थी। शहर को स्वच्छ बनाने के साथ-साथ लोगों को रोजगार से जोड़कर कचड़े से सोना बनाने की सोच व पहल के बाद एसएलआरएम सेंटरों के माध्यम से कचड़े के उठाव की प्रक्रिया से सरगुजा अन्य शहरों के लिये मडल के रूप में विकसित हुआ। सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन की सोच यही आकर खत्म नहीं हुई। शहर का सारा कचड़ा जहां वर्षों से इकऋा था, उस स्थान को स्वच्छता की पाठशाला के रूप में विकसित करना अपने आप में एक कठिन काम था। महीनों की मेहनत के बाद अंततः आज वह दिन आ गया, जब यहां कचड़ों के पहाड़ से हरियाली के अंकुर फूटने लगे हैं। मूलतः बिहार की पैदावार मडिया के बीच कचड़े के आधा किलोमीटर तक फैले पहाड़ में डाले गये थे। सप्ताह भर में यह पहाड़ लोगों को हरा-भरा दिखेगा। इसके साथ ही परिसर में शौचालय के डेमो सहित जीवंत रूप लोगों को दिखेंगे। सौर ऊर्जा से रोशन पूरे परिसर में वन विभाग द्वारा पगौड़े का निमाण तेजी में है। परिसर में ही ठोस, द्रव्य, अपशिष्ट केंद्र के साथ बच्चों के खेलने के लिये झूले होंगे। परिसर में लगे नाले में लाखों की लागत से स्टाप डेम का निर्माण भी जोरों पर है। यहां आने वाले दिनों में नौका बिहार की योजना है।

अब मिस्टर क्लीन व लिटिल चैम्प की तलाश
शहर को स्वच्छता के लिये कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन द्वारा इस पार्क के जरिये एक बड़ी सौगात के साथ-साथ अब उन लोगों की खोज की जा रही है जिन लोगों ने स्वच्छता के क्षेत्र में कुछ न कुछ बेहतर किया हो। कलेक्टर के निर्देश पर निगम द्वारा हर वार्ड में मिस्टर क्लीन व लिटिल चैम्प की खोज की जायेगी।