अव्यवस्था : पेन्ड्री धान खरीदी में 12 बजे तक लटका रहा ताला…सुबह 7 बजे से टोकन कटवाने के लिए किसान कर रहे थे केन्द्र प्रभारी का इंतजार…बिजली बंद होने के कारण नही कट रहा टोकन…

जांजगीर चांपा। छत्तीसगढ़ में आज से किसानो के समर्थन मुल्य पर धान खरीदी शुरू हो गया है। लेकिन देखा जा रहा है कि जिला प्रशासन जो दावा व्यवस्था बनाने के लिए किया था वह फेल होते दिख रहा है। आपको बता दे कि नवागढ़ ब्लाक के पेन्ड्री धान खरीदी केन्द्र मे भारी अव्यवस्था का आलम है। यहां सैकड़ो किसान सुबह 4 बजे से धान बेचने के लिए  टोकन कटवाने का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन खरीदी केन्द्र मे सुबह से दोपहर 12 बजे तक ताला लटका रहा। किसान टोकन कटवाने के लिए केन्द्र प्रभारी का इंतजार करते रहे। जैसे 12 बजे केन्द्र प्रभारी पहुंचे वैसे वहां का बिजली गुल हो गया। समाचार लिखे जाने तक धान खरीदी केन्द्र का बिजली नही के कारण सैकड़ो किसान अपने बारी का इंतजार करते हैं । जिला प्रशासन के लाख व्यवस्था बनाने के दावे करने के बाउजुद इस प्रकार जिले के कई धान खरीदी केन्द्र मे भारी अव्यवस्था देखने को मिल रहा है। खरीदी केन्द्र मे न पर्याप्त बिजली सप्लाई की व्यवस्था है और न ही किसानो के लिए बैठने व पीने की पानी की व्यवस्था है। किसान सुबह से इधर उधर भटक रहे है। जिले में इस साल धान बेचने के लिए 1 लाख 87 हजार 077 किसानों ने पंजीयन कराया है. खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में 1 लाख 73 हजार 511 किसानों का पंजीयन हुआ था। किसान हितैषी नीतियों के चलते जांजगीर चांपा जिले में किसानों की संख्या में 13 हजार 5 सौ 66 का इजाफा हुआ है। विगत वर्ष 78.66 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई थी। इस वर्ष 80.55 लाख क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। इस साल धान बेचने के लिए पंजीकृत किसानों की संख्या को देखते हुए समर्थन मूल्य पर बीते वर्ष की तुलना में ज्यादा खरीदी का अनुमान है। जिला प्रशासन द्वारा किसानों की सुविधा के लिए हर संभव व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की बात कह रही है। धान उपार्जन केन्द्रों में किसानों की सहुलियत को लेकर सभी व्यवस्थाएं करने के दावे किये जा रहे है। आखिर देखना होगा कि किसानो को अपनी धान बेचने मे किसी प्रकार की परेशानी तो नही हो रही है।
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