अब जिले के प्रतिभावान लड़कों को भी मिल रहा मार्गदर्षन

सच होंगे सपने कार्यक्रम का हुआ विस्तार

जशपुरनगर (तरुण प्रकाश) इस जुलाई माह के तीसरे सोमवार को आयोजित सच होंगे सपने कार्यक्रम के तहत् कलेक्टर डाॅ. प्रियंका शुक्ला के साथ पूरे एक दिन रहने का अवसर शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई कन्या उच्च.माध्यमिक विद्यालय की कक्षा 11वीं की छात्रा कुमारी इरफाना खातुन को मिला। जषपुर नगर के दर्जी मोहल्ला में रहने वाले मो. अमीन खान और श्रीमती कमरून निषा की पुत्री इरफाना ने कक्षा 10वीं की परीक्षा 85 प्रतिषत अंको से उतीर्ण की है और डाॅक्टर बनने की बाद आई ए एस अधिकारी बनना चाहती है।
हमारे प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए इरफाना ने बताया कि कलेक्टर महोदया के साथ पूरे दिन रहने के बाद पता चला कि कलेक्टर की जिम्मेदारियाँ कितनी अधिक होती है। कलेक्टर को जिले के लगभग सभी विभागों से संबंधित जानकारियों का अध्ययन करना पडता है, मेहनत करनी पडती है, तभी वह जिले को अच्छे ढंग से चला सकता है। मैने देखा कि जिले के सारे विभागों जैसे-कृषि, स्वास्थ्य, षिक्षा, महिला एवं बाल विकास, कौषल विकास विभाग आदि में होने वाले समस्त कार्यो का कलेक्टर सूक्ष्मता से निरीक्षण करती है। मैने कलेक्टर को जज के रूप में कार्य करते हुए देखा। मैने पहली बार देखा कि कलेक्टर के कोर्ट में होने वाले कार्यवाही की आॅनलाईन एन्ट्री किस तरह की जाती है। मुझे पता चला कि इस कोर्ट को ई-कोर्ट कहते हैं और कोर्ट की सारी जानकारियाँ कोई भी व्यक्ति कभी भी नेट पर देख सकता है। अगर कोई पक्षकार कोर्ट में उपस्थित न हो पाया हो तो वह अपने केस की सारी जानकारियाँ ई-कोर्ट की सहायता से हासिल कर सकते है। कलेक्टर की जिम्मेदारियाँ यहीं समाप्त नहीं होती बल्कि उन्हें आम जनता की समस्याएँ भी हल करनी पड़ती हंै। मैंने देखा कि कलेक्टर मैम की तबियत खराब होने के बावजूद पूरे उत्साह के साथ काम कर रही थीं और अपनी समस्याएं लेकर आने वाली आम जनता की समस्याएँ ध्यानपूर्वक सुनकर जल्द से जल्द निराकरण करनी की पूरी कोषिष कर रही थीं। मैंने पूरा कलेक्टोरेट परिसर घूमा और जितने भी विभाग है उनका कार्यालय जाकर देखा। आज से पहले मुझे पता नहीं था कि कलेक्टोरेट कार्यालय में इतने विभाग होते है और प्रत्यके कार्य के लिए अलग-अलग विभाग। जब सारी बैठकंे समाप्त हो गई तो कलेक्टर मैम ने मुझे बताया कि किस तरह मुझे अपने लक्ष्य को पाने के लिए कठोर मेहनत करनी है। उनकी प्रेरणा और मार्गदर्षन से मेरा विष्वास और मजबूत हो गया है। अब मैं अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरे उत्साह के साथ लग जाउँगी।

पिछले साल शुरू हुआ था सच होंगे सपने कार्यक्रम

पिछले साल जषपुर जिले के कलेक्टर के पद पर पदस्थ होने के बाद विद्यालयों के भ्रमण और छात्राओं से बातचीत के दौरान डाॅ. प्रियंका शुक्ला ने यह महसूस किया कि जिले में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। कलेक्टर और उच्च पदों पर जाकर सेवाएं देने की इच्छुक प्रतिभाओं को मार्गदर्षन और प्रेरणा मिल जाने से वे आगे चलकर निष्चित रूप से इन पदों के लिए आयोजित होने वाली परीक्षाओं में सफल हो सकती हैं और एक अच्छी अधिकारी बन सकती हैं। इसलिए जषपुर जिले के स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राएँ, जिनका भारतीय प्रषासनिक सेवा या सिविल सेवा में जाने का सपना है, उन्हें प्रेरित करने और आवष्यक मार्गदर्षन प्रदान करने के लिए पिछले साल 17 अक्टूबर से सच होंगे सपने कार्यक्रम जिला प्रषासन द्वारा प्रारम्भ किया गया। यह कार्यक्रम प्रत्येक माह के तीसरे और चैथे सोमवार को आयोजित किया जाता है। जिसमें भारतीय प्रषासनिक सेवा और सिविल सेवाओं में जाने की इच्छुक छात्रा को पूरेे दिन कलेक्टर डाॅ. प्रियंका शुक्ला के साथ रहने का अवसर मिलता है।

सच होंगे सपने कार्यक्रम का हुआ विस्तार-

अब जिले के प्रतिभावान बालकों को भी आवष्यक मार्गदर्षन और प्रेरणा मिलने लगी है। इस कड़ी में सोमवार को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चेटबा, विकास खण्ड-कांसाबेल के कक्षा 11वी के छात्र यषवंत पैकरा को जिले के पुलिस अधीक्षक प्रषांत सिंह ठाकुर के साथ पूरे दिन रहने का अवसर मिला। कृषक जयराम साय और श्रीमती सरिता पैकरा के पुत्र यषवंत पैकरा पुलिस अधीक्षक बनना चाहते है। यषवंत ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पूरा घूम कर देखा। प्रषांत सिंह ठाकुर ने यषवंत को पुलिस अधीक्षक बनने के लिए आवष्यक मार्गदर्षन और प्रेरणा प्रदान की, जिससे यषवंत का उत्साह और बढ़ गया है।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चरईडांड, विकास खण्ड-दुलदुला के कक्षा 11वी के छात्र षिव कुमार राम को जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दीपक सोनी के साथ पूर दिन रहने का अवसर मिला। मैने देखा कि वे शौचालय निर्माण, प्रधानमंत्री आवास, वृक्षारोपण आदि कार्यो को पूरा कराने के लिए बहुत मेहनत कर रहे है। उन्होंने मुझे मार्गदर्षन दिया कि किस तरह मैं भारतीय प्रषासनिक सेवा की तैयारी करना अभी से प्रारंभ कर दूं। उन्होंने मुझे अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कडी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बगीचा के छात्रावास में रहकर अध्ययनरत् छात्र नन्दकुमार को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बगीचा कुलदीप शर्मा के साथ पूरे दिन रहने का अवसर मिला। ग्राम-तोरा निवासी मुकूल राम और श्रीमती मुनिया बाई के पुत्र नन्दकुमार सिविल सर्विस में जाकर कलेक्टर बनना चाहते है। नन्दकुमार को अनुविभागीय अधिकारी कुलदीप शर्मा ने प्रेरित करते हुए समझाया कि सिविल सर्विस में जाने के लिए किस तरह मेहनत करनी पडती है और यूपीएससी की परीक्षाओं में बेहतर परीणाम प्राप्त करने के लिए किन-किन विषयों पर विषेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने नन्दकुमार को दो पुस्तके भी भेंट स्वरूप प्रदान किया।