नकली पानी पाउच से हो रहा लोगों का गला तर

विभाग बेखबर : अधिकांश दुकानों पर स्थानीय स्तर पर पैकिंग किये गये नकली पानी पाउच

अम्बिकापुर

गर्मी का दौर शुरू होते ही शहर में नकली पानी पाउच बनाने एवं बेचने वालों का धंधा शुरू हो गया था। इन दिनों अधिकांश दुकानों पर स्थानीय स्तर पर पैकिंग किये गये नकली पानी के पाउच बेखौफी से बेचे जा रहे हैं। दुकानदार भी ज्यादा मुनाफे के चक्कर में नकली पानी के पाउच गला तर करने वाले ग्राहकों को थमा रहे हैं। इस कारोबार में स्थानीय प्रशासन एवं खाद्य विभाग पूरी तरह से बेखबर है।

भीषण गर्मी के दौर में लोग प्यास बुझाने के लिये नकली पानी पाउच खरीदने मजबूर हैं। शहर एवं कस्बाई क्षेत्र के दुकानदार ज्यादा मुनाफे के चक्कर में स्थानीय स्तर पर पैकिंग किये गये नकली पानी के पाउच बेचकर दिन दहाड़े गला तर करने वाले की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। ट्रेड मार्क वाले पानी के पाउचों पर कम मुनाफा होने की वजह से दुकानदार बिना ट्रेड मार्क के नकली पानी के पाउच ग्राहकों को थमा रहे है। अधिकांश पानी के पाउचो में सड़ांघ आते हुये लोग मजबूरी में प्यास बुझाने इसका सेवन कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर पैकिंग किये गये पानी के पाउच 12 घंटे में ही खराब हो जाते हैं मगर दुकानदार उसे ठंडा करके इन पाउचों को हफ्तों तक बेचता रहता है। विभाग की उदासीनता के कारण पानी के पाउचों के कारोबार में लिप्त लोग प्रदूषित पानी पैग कर दिन-दहाड़े नकली पानी के पाउचों को बेचकर लोगों के सेहत से खिलवाड़ कर लाखों रूपये कमा रहे हैं लेकिन अभी तक अधिकारियों को इसकी खबर नहीं है।

बेचा जा रहा बोर का पानी
नगर में कई स्थानों पर ऐसी कई इंडस्ट्री संचालित है, जहां पानी का कारोबार जोरों से चल रहा है। जमीन में बोर करवाकर पानी पाउचों और बोतलों, कंटेनरों में भरकर शहर के विभिन्न शादी समारोहों में बेचा जा रहा है। इन पानी की गुणवत्ता को लेकर खाद्य विभाग द्वारा आज तक कोई जांच नहीं की गई है। आलम यह है कि नगर सहित कस्बाई इलाकों में किरानों के दुकानों में तक ठंडे पानी के नाम पर इन नकली पानी के पाउचों को धड़ल्ले से बेचा जा रहा है।

जांच की जायेगी-गुप्ता
खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी विनोद गुप्ता से इस संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा समय-समय पर जिले में संचालित पानी की इंडस्ट्री में जाकर जांच की जाती है। पानी पाउचों के नकली बिकने का जो मामला है उसकी शिकायत मिली है परंतु यह पाउच कहां से आ रहा है इसकी जांच जल्द ही कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि पानी पाउचों में उत्पादन तिथि व एक्सपायरी तिथि लिखा जाना जरूरी नहीं है।