कागजो में चल रहा है”वृक्षारोपण”..और कचरे के ढेर में पड़ा है जैविक खाद..साहब कह रहे है किसका है क्या पता…

बलरामपुर: जिले में सरकार के वृक्षा रोपण योजना में सरकारी अमला कितना गम्भीर है..इसकी एक झलक बलरामपुर में देखने को मिली है..जहाँ पौधे लगाने की बात दो दूर अधिकारी पौधे लगाने के नाम पर सरकारी मद से जैविक खाद खरीद कर पौधे लगाना ही भूल गए..और अब हालात यह है की जैविक खाद जस की तस कचरे की ढेर में पड़ी सरकारी दफ्तर की शोभा बढ़ा रही है..

दरसल पौध रोपण के लिए बीते वर्ष जनपद पंचायत बलरामपुर में लगभग 15 बोरे जैविक खाद की खरीदी की गई थी..जिसके बाद अधिकारियों ने पौधे तो लगाए नही बल्कि खरीदे गए जैविक खाद को आफिस में ही डम्प कर दिया..तो दूसरी ओर जनपद सदस्य दीनानाथ यादव की माने तो पहले जनपद में उनकी कोई चलती नही थी.क्योकि जनपद अध्यक्ष से उनकी बनती नही थी..फिलहाल अब वे इस सम्बंध में जानकारी लेंगे..

वही जैविक खाद के सम्बन्ध में जनपद सीईओ प्रमोद सिंह कहना है की उक्त जैविक खाद लगभग 10 साल पुरानी है..और शायद कृषि विभाग की है.. उसके उपयोग के सम्बन्ध में जानकारी ले कर वे आफिस के कचरे के ढेर में पड़े जैविक खाद का उपयोग करेंगे ..

अब जिस जैविक खाद को बढ़ावा देने सरकार की मुहिम चल रही हो ..उसी जैविक खाद के कचरे के ढेर में पड़े मिलने से सरकारी पैसों का दुरुपयोग तो दिख रहा है..इसी बीच कृषि विभाग विकासखण्ड कृषि विस्तार अधिकारी धरमजय भगत की माने तो वह जैविक खाद किसकी है उन्हे नही पता..पर उनके विभाग की नही है..